सहरसा से पूर्णिया कोर्ट का सफर करीब 50 मिनट कम समय में ही पूरा हो जाएगा। यह सुविधा नवंबर से मिलने की संभावना है। इसके लिए इस रेलखंड पर ट्रेनें  100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाने की तैयारी की जा रही है।

इसको लेकर सहरसा-पूर्णिया कोर्ट रेलखंड पर शुक्रवार को ट्रायल इंजन चलाया गया। इंजन पर सहायक मंडल अभियंता मनोज कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रेलपथ) सुनील कुमार, टीआई दिनेश कुमार और लोको निरीक्षक जेपी सिंह सवार थे। ट्रायल इंजन सुबह साढ़े नौ बजे सहरसा से खुली। 110 किमी प्रति/घंटा की रफ्तार से दौड़े इंजन ने सिर्फ एक घंटे में पूर्णिया कोर्ट की दूरी तय कर ली।

बता दें कि इस रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेन से सफर करीब साढ़े तीन घंटे और एक्सप्रेस से पौने तीन घंटे में तय होता है। इससे पहले सहरसा-पूर्णिया कोर्ट के बीच 29 अगस्त को समस्तीपुर मंडल के सीनियर डीईएन थ्री मयंक अग्रवाल के नेतृत्व में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल किया गया था।

अभी कहां किस रफ्तार से चलती है ट्रेन

अभी सहरसा से मधेपुरा तक 100, मधेपुरा से मुरलीगंज तक 80 और मुरलीगंज से पूर्णिया कोर्ट तक 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलती है। ट्रेन की रफ्तार को सहरसा से पूर्णिया कोर्ट तक एक समान सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाने की रेलवे की तैयारी है।

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