उत्तराखंड के चारों धामों गंगोत्री, यमनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। नेशनल लॉकडाउन की वजह से अभी इन मंदिरों में भक्तों का प्रवेश वर्जित है। जल्दी ही प्रदेश सरकार इन मंदिरों के ऑन लाइन दर्शन की व्यवस्था शुरू करने जा रही है। फरवरी 2020 में राज्य सरकार ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड गठन किया था। इससे पहले चारधाम मंदिर समितियां यहां की व्यवस्था संभाल रही थीं, लेकिन अब देवस्थानम बोर्ड इन मंदिरों की देखरेख करेगा।
नए कलेवर में लॉन्च होगी उत्तराखंड चारधाम की वेबसाइट
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर की वेबसाइट को नए कलेवर में लॉन्च करने के निर्देश देवस्थानम बोर्ड को दिए हैं। नई वेबसाइट पर उत्तराखंड के चारों धामों के गर्भगृह के अतिरिक्त बाहरी हिस्सों के लाइव दर्शन किए जा सकेंगे। ऑन लाइन पूजा बुकिंग और दान देने की सुविधा भी वेबसाइट पर रहेगी। बद्रीनाथ-केदारनाथ के साथ ही गंगोत्री-यमुनोत्री, पंच बद्री-पंच केदार, पंच-प्रयाग और आसपास के 51 मंदिरों से जुड़ी मान्यताओं, कथाओं और परंपराएं, यहां का नक्शा, धर्मशालाओं की जानकारी भी साइट पर उपलब्ध रहेगी।
देवस्थानम बोर्ड के लिए स्वीकृत हुए 10 करोड़
मुख्यमंत्री रावत ने देवस्थानम बोर्ड के लिए 10 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। अब से बोर्ड का एक अलग अकाउंट होगा। पूर्व में संचालित बद्री-केदार मंदिर समिति की बची राशि भी इसी बोर्ड को ट्रांसफर की जाएगी। बद्रीकेदार मंदिर समिति के कर्मचारियों का समायोजन उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड में किया जाएगा। यहां के मंदिरों से जुड़ी प्राचीन पांडुलिपियों, मूर्तियों और अन्य ऐतिहासिक महत्व की सामग्रियों के लिए संग्रहालय बनाया जाएगा। बोर्ड को दान देने वाले दानदाताओं को कर मुक्ति प्रमाणपत्र 80-जी दिया जाता रहा है, ये आगे भी दिया जाएगा।
देवस्थानम बोर्ड की पहली बैठक
देहरादून में 22 मई को मुख्यमंत्री आवास पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड की पहली बैठक हुई। इस बैठक में बोर्ड के उपाध्यक्ष सतपाल महाराज, विधायक बद्रीनाथ महेंद्र भट्ट, विधायक गंगोत्री गोपाल सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव पर्यटन एवं संस्कृति दिलीप जावलकर, सचिव वित्त श्रीमती सौजन्या, बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन उपस्थित थे।
Input : Dainik Bhaskar