राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव फिर सुर्खियों में हैं। इस बार तेज प्रताप न तो ऐश्वर्या से तलाक लेने को लेकर चर्चा में हैं और न ही मथुरा या वृंदावन जाने को लेकर मीडिया की नजर में हैं। इस बार उन पर फाल्गुनी (फागुनी) मेले का रंग चढ़ा है। मेले में उन्होंने मारवाह के रोकड़ नस्ल का घोड़ा खरीदा। इसके लिए उन्हें काफी मोल-भाव भी करना पड़ा।

 

दरअसल तेज प्रताप यादव शनिवार की शाम अचानक ब्रह्मपुर के प्रसिद्ध फाल्गुनी मेला में घोड़ा खरीदने के लिए पहुंच गए। उनके आते ही समर्थकों की भारी भीड़ जुट गई। हालांकि वे बिना किसी सूचना के पहुंचे। राजद के लोगों को भी तेजप्रताप के आने की जानकारी नहीं थी।

जिस समय तेज प्रताप मेला में पहुंचे, उस समय घोड़ा रेस समाप्त हो गयी थी। लेकिन उनके आने की सूचना पाकर घोड़ा लेकर जानेवाले व्यापारी भी मेला में ठहर गए। वे चारों तरफ घूम-घूमकर घोड़े को देखने लगे। इसके बाद कई घोड़ों पर चढ़कर बकायदा मैदान में उसे दौड़ाया और छलांग लगाकर चढ़ते देख लोगों को यकीन हो गया कि राजद नेता घोड़े के भी शौकीन हैं।

अंत में राजस्थान के मारवाड़ के रोकड़ नस्ल का घोड़ा उन्हें पसंद आ गया। इसके बाद उस घोड़े पर चढ़कर कई बार मैदान में दौड़ लगाई और घोड़े की चाल को पसंद कर उजले रंग के मारवाड़ घोड़े को खरीद लिया।

प्रखंड राजद अध्यक्ष जेंदू यादव ने बताया कि घोड़ा लगभग 80 हजार में तय हुआ और फिर उस घोड़े को पिकअप पर लादकर अपने साथ पटना चले गए। घोड़ा बेचने वाले व्यापारी ने घोड़े की कीमत 1 लाख रुपये मांगी थी। बाद में मोलभाव कर 80 हजार पर सौदा तय हुआ। घोड़ा अभी बच्चा ही है। 6 माह बाद ही उस पर सवारी की जा सकती है। बताया जाता है कि छह माह बाद उस घोड़े की कीमत लाखों में हो जाएगी।

Input : Dainik Jagran

 

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