नई दिल्ली, 31 मार्च (आईएएनएस)| कोरोनावायरस से हो रहे संक्रमण से बचने के लिए पूरे देश मे लॉकडाउन है। लोगों का काम धंधा बंद है। ऐसे में गरीब और दिहाड़ी मजदूर लगातार पलायन कर रहे हैं। इस संकट की घड़ी में लोग अपने अपने गृह राज्य पहुंचने को बेताव हैं। ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने राज्य से पलायन रोकने की पहल की है। इस संदर्भ में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की। कैप्टन ने नीतीश कुमार से कहा कि वे पंजाब में रह रहे बिहार के सभी लोगों से अपील करें कि वह पंजाब में ही रहे, पलायन न करें। पंजाब सरकार इन लोगों के खाने-पीने और दूसरी व्यवस्थाओं का पूरा ख्याल रखेगी।
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही विभिन्न राज्यों में रह रहे बिहार के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि जो जहां है, वही रहे। यहां तक कि नीतीश कुमार ने दिल्ली और देश के अन्य राज्यों से पलायन पर नाखुशी जाहिर की थी और कहा था कि इससे लॉकडाउन का मकसद बेकार जाएगा। बाद में मुख्यमंत्री नीतीश की अपील के बाद गृह मंत्रालय ने पलायन पर सख्ती दिखाते हुए इस पर रोक लगा दी थी।
इससे पहले सोमवार शाम तक 40 हजार से अधिक लोग दिल्ली और देश के विभिन्न हिस्सों से बिहार पहुंच गए थे। जिसके बाद राज्य की सीमा को सील कर दिया गया है। जो लोग बिहार की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं उन सभी को जांच के बाद बसों से उनके गांवों के क्वारंटाइन सेंटर तक पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन इन लोगों को उनके ही गांव और कस्बो में बने अलग-अलग सेंटर में 14 दिनों तक रखेगा, जिसके बाद ही इन लोगों को घर वालों से मिलने दिया जायेगा।
बिहार सरकार के मुताबिक अबतक 60 से ज्यादा सीमावर्ती आपदा राहत केंद्रों से 40 हजार से ज्यादा प्रवासियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा चुका है।
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)