नई दिल्ली. प्रवासी मजदूरों को उनके राज्य में भेजने को लेकर देश भर में चल रही कवायद के बीच गृह मंत्री (Home Ministry) अमित शाह (Amit Shah) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को चिट्ठी लिखी है.
इसमें पूछा गया है कि प्रवासियों को ट्रेन से घर वापस जाने में मदद क्यों नहीं की जा रही है. ममता को शाह की चिट्ठी में कहा गया है कि अन्य राज्यों की तरह बंगल में फंसे प्रवासी भी अपने घर वापस जाने की इच्छा रखते हैं. इससे मुझे दुख होता है कि पश्चिम बंगाल सरकार इस संबंध में सहयोग नहीं कर रही है. कहा गया कि पश्चिम बंगाल ट्रेन की आवाजाही के लिए अपेक्षित अनुमति नहीं दे रहा है.
ट्रेनों को पश्चिम बंगाल पहुंचने न देना प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय
देश के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग गंतव्य स्थानों तक प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का संदर्भ देते हुए, गृहमंत्री ने पत्र में कहा कि केंद्र ने दो लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की सुविधा प्रदान की है.
शाह की चिट्ठी में कहा गया है कि ट्रेनों को पश्चिम बंगाल पहुंचने न देना प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय है, इससे उनके लिए और मुश्किलें पैदा होंगी. बनर्जी को लिखे अपने पत्र में शाह ने कहा कि ‘पश्चिम बंगाल सरकार प्रवासियों के साथ गाड़ियों को राज्य में पहुंचने की अनुमति नहीं दे रही है. यह बंगाल में प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय है. इससे उनके लिए और कठिनाई पैदा होगी.’
बता दें केंद्र सरकार की घोषणा के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों से रेल सेवा शुरु कर दी गई है जिसमें प्रवासी श्रमिक सवार होकर अपने-अपने राज्य आ रहे हैं लेकिन पश्चिम बंगाल के हालात से गृह मंत्रालय संतुष्ट नहीं है क्योंकि ट्रेनें शुरू करने के बाद वहां अभी ट्रेनों को नहीं घुसने दिया जा रहा है.
दरअसल प्रवासी श्रमिकों की दिक्कतों को देखते हुए सरकार ने जो रेल सेवा शुरू की थी उसके बाद इसकी समीक्षा की गई, सिलसिलेवार तरीके से हर राज्य की परिस्थिति का आकलन किया गया जिसके बाद पाया गया कि पश्चिम बंगाल में यह स्थिति उपजी है.
Input : News18