गोपालगंज : अमेठी से मुजफ्फरपुर ले जाए जा रहे एक हजार चौदह कछुओं को कुचायकोट के बलथरी चोकपोस्ट के समीप बरामद किया गया। उत्पाद विभाग की टीम यहां नियमित जांच कर रही थी, इसी क्रम में यूपी नंबर की कार से कछुओं की बरामदगी हुई। कार में दो व्यक्ति थे। जो मुख्य कुरियर था, वह फरार हो गया। सूचना है कि उत्पाद विभाग की टीम की अनदेखी से वह फरार हुआ। टीम ने उसे क्यों जाने दिया यह सवालों के घेरे में है? उत्पाद विभाग ने दूसरे आ’रोपित सन्नी कुमार को वन विभाग की टीम को सौंप दिया है। सन्नी कुमार के मोबाइल का सिम भी नहीं मिला है।

वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई कि सिम कार्ड सन्नी ने निगल लिया है। कार वही चला रहा था, लेकिन आरंभिक जांच में यह सामने आया है कि सन्नी पेशागत ड्राइवर नहीं है। कछुओं से भरी कार अमेठी से चली। गोरखपुर में सन्नी कुमार को कार में बिठाया गया और बताया गया कि मुजफ्फरपुर में किसे कछुओं को सौंपना है, यह वहां पहुंचने पर बताया जाएगा। सन्नी यूपी में अमेठी के जगदीशपुर का रहने वाला है। वन विभाग की टीम को अभी पूरी जानकारी सन्नी कुमार नहीं दे रहा है। उम्मीद है कि पुलिस जांच में इस कड़ी के और दोषी का नाम सामने आए।

सन्नी के अनुसार उसे गोरखपुर में कार सौंपी गई, मुजफ्फरपुर जाना था। उसके साथ एक आदमी और था, जिसे वह नहीं पहचानता है। उत्पाद इंस्पेक्टर दीपक सिंह के अनुसार कार में सन्नी कुमार के साथ बैठा व्यक्ति चकमा देकर फरार हो गया। लेकिन, सूत्र बताते हैं कि पुलिस की थ्योरी में झोल है। इसकी उच्चस्तरीय जांच हुई तो कई राज सामने आएंगे। उत्पाद तथा वन विभाग की टीम उसकी पहचान के लिए बलथरी चेकपोस्ट पर लगे सीसी कैमरे को खंगाल रही है। देर शाम वन विभाग ने गिरफ्तार किए गए आरोपित सन्नी को सीजेएम के आवास पर पेश किया गया।

 

 

 

 

 

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