शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप टिकटॉक (TikTok) भारत में बैन हो चुकी है. सरकार ने इस चीनी ऐप को बैन तो कर दिया है, लेकिन लोगों को धोखा देने के लिए इसके अलग-अलग वर्जन को लेकर मैसेजे़स आ रहे हैं. दरअसल कई लोगों को एक संदिग्ध एसएमएस मिला है, जिसमें लिखा है कि टिकटॉक भारत में वापस आ गया है. इस एसएमएस में TikTok Pro नाम की apk फाइल का लिंक है. ऐसे में टिकटॉक को चाहने वाले कई लोग अब फोन में इसे डाउनलोड कर ले रहे हैं. हालांकि ऐसा करना आपके फोन और निजी डेटा के लिए खतरनाक हो सकता है.
इस मैसेज में लिखा है, ‘TikTok इंडिया में वापस आ गया है. नए फीचर्स के साथ अब फिर से क्रिएटिव वीडियो बनाया जा सकता है. नीचे दी गई लिंक से डाउनलोड करें नया (TikTok v1)’. इस मैसेज के साथ एक लिंक भी दिया गया है, जो कि Apk फाइल का है. इस लिंक पर क्लिक करने पर Apk ऐप्स का स्टोर खुल जाता है, जहां से यूज़र इसे असली टिकटॉक समझकर डाउनलोड कर रहे हैं.
ज़्यादातर मामलों में ऐसे लिंक खोलने पर फोन unknown ऐप को इंस्टॉल करने की परमिशन मांगता है. इसके बाद जब यूज़र Setting में जाकर परमिशन ON कर देता है तो उसे इंस्टॉल करने का ऑप्शन मिल जाता है और ऐप आसानी से फोन में काम करने लगती है.
फोन के लिए खतरा होती हैं Apk फाइल्स
जो लोग apk फाइल डाउनलोड करके ऐप चला रहे हैं उन्हें नहीं पता होगा कि वह कितने बड़े खतरे को बुलावा दे रहे हैं. सबसे पहले बता दें कि जब भी कोई फाइल ऑफिशियली मौजूद नहीं होती है और आप उसकी apk फाइल इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप ये पता नहीं लगा पाते कि उसमें क्या मॉडिफिकेशंस किए गए हैं. यानी कि साफ है कि इससे आपके फोन में आसानी से मैलवेयर, स्पाईवेयर घुस सकते हैं, जिसके बाद आपका प्राइवेट डेटा apk फाइल डेवलपर के पास ट्रांसफर हो सकता है.
इतना ही नहीं आपने ये भी ध्यान दिया होगा कि जब भी हम कोई नई ऐप डाउनलोड करते हैं तो ऐप आपसे कई चीजों की परमिशन मांगता है, जिसमें camera, audio, gallery, contacts, location जैसे ऑप्शन आते हैं. तो अगर आप इन परमिशन को Allow कर देते हैं तो डेवलपर को पता चल जाता है कि आप कहां जा रहे हैं, किससे बात कर रहे हैं. यानी कि डेवलपर फोन का पूरा एक्सेस चला जाता है.
Input : News18