इस बार अधिकमास लगने के कारण शारदीय नवरात्र एक महीने आगे खिसक गए हैं। इस साल शारदीय नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू होंगे। हर साल जहां पितृपक्ष की अमावस्या के बाद से नवरात्रि शुरू होते हैं, वहीं इस बार अमावस्या और नवरात्रि के बीच एक महीने का समय लग गया। अधिकमास लगने के कारण ऐसा किया गया।
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इस नवरात्रि कई अच्छे संयोग बन रहे हैं। ये नवरात्रि 10 दिनों के होंगे। नवरात्रि के नौ दिन में मां के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इस नवरात्रि ग्रहों की स्थिति ऐसी है कि नवरात्रि पर विशेष संयोग बन रहे हैं। इस साल नवरात्रि पर राजयोग, द्विपुष्कर योग, सिद्धियोग, सर्वार्थसिद्धि योग, सिद्धियोग और अमृत योग जैसे संयोगों का निर्माण हो रहा है। नवरात्रि शनिवार से प्रारंभ हो रहे हैं। इस नवरात्रि दो शनिवार भी पड़ रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा का पाठ करना बहुत ही उत्तम रहता है।
इस बार नवरात्रि पर मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं। ऐसा कहा जाता है कि माता के वाहन के रूप से भविष्य के कई संकेत मिलते हैं। इस बार मां घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं, जिसे अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है। 17 अक्टूबर प्रतिपदा को अभिजीत मुहूर्त में घटस्थापना उत्तम रहेगी।