स्थानीय गोशाला में विपरीत परिस्थितियों में सवा माह से पल रहे 17 ऊंटों को सोमवार को भी राजस्थान नहीं भेजा जा सका। पशुपालन विभाग की टीम की दिनभर की तमाम कोशिशों पर पानी फिर गया। कांटी थाना के जांच पदाधिकारी अशोक कुमार भी आखिर वापस चले गए। अब पश्चिम बंगाल से ट्रेनर यहां आएंगे, तब इन ऊंटों को फिर से भेजने का प्रयास होगा।
बता दें कि बीते आठ नवंबर को दरभंगा रोड पर कांटी थाना पुलिस ने पशु तस्करों से 18 ऊंट बरामद किए थे। तस्कर इन ऊंटों को पुष्कर मेले से खरीद कर बांग्ला देश ले जाने वाले थे। कांटी थाना की पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार कर प्रशासन को सौंपा था। तस्कर तो जेल चले गए। बरामद 18 ऊंटो में एक मर गया। बाकी 17 को पशुपालन विभाग ने गोशाला को सौंप दिया। सवा माह से सभी ऊंट गोशाला में पल रहे हैं। अब इन्हें राजस्थान के सिरोही स्थित संस्था पीपुल फॉर एनिमल्स को भेजने की तैयारी चल रही है। इसके लिए राजस्थान से चार ट्रक यहां पहुंचे थे। सोमवार को ऊंटों को राजस्थान रवाना करने की तैयारी रही। चार – पांच बोरे बालू मंगवा कर ट्रकों के फर्श पर डाला गया। ताकि, ऊंटों के पैर ट्रक में में न फिसलें। ट्रकों पर चढ़ने के लिए रैंप की व्यवस्था की गई।
लेकिन तमाम प्रयास के बावजूद डंटों को ट्रक में चढ़ाया नही ंजा सका। अब पश्चिम बंगाल से ट्रेनर बुलाए गए हैं जो इनको ट्रक पर चढ़ाएंगे।
‘ऊंटों को सिरोही पीपल फॉर एनिमल्स ‘ संस्था को भेजने की कागजी व व्यावहारिक तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अब पश्चिम बंगाल के विशेषज्ञ से संपर्क किया गया है। वे आकर ऊंटों को ट्रकों पर चढ़ाएंगे। इसके बाद ऊॅंटों को राजस्थान भेज दिया जाएगा।’
Input : Daink jagran