RANCHI : लॉकडाउन के बीच सबसे पहले अपने राज्य के लोगों की घर वापसी कराने वाले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का सहज अंदाज एक बार फिर शुक्रवार की रात देखने को मिला। तेलंगाना से लगभग साढ़े 12 सौ से ज्यादा मजदूरों को लेकर पहुंची स्पेशल ट्रेन के इंतजार में हेमंत सोरेन खुद हटिया रेलवे स्टेशन पर खड़े रहे। लिंगमपल्ली से झारखंड के मजदूरों को लेकर पहुंचने वाली ट्रेन के यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसका हेमंत सोरेन खुद जायजा लेते रहे।
अपने गृह राज्य में पहुँच कर ऐसा लगा जैसे #स्वर्ग जन्नत पहुँच गए- प्रवासी मजदूर@HemantSorenJMM @prdjharkhand @JharkhandCMO pic.twitter.com/U87JE4wuYA
— JMM BOKARO (@jmm_bokaro) May 1, 2020
शुक्रवार की रात हटिया रेलवे स्टेशन पर मुख्यमंत्री के साथ-साथ तमाम बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे। ट्रेन से उतरे यात्रियों का ताली बजाकर स्वागत किया गया और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सबकी प्रॉपर स्कैनिंग की गई। झारखंड सरकार की तरफ से बाहर से आए इन मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम किया गया था। हटिया स्टेशन पहुंचने पर झारखंड के इन सभी मजदूरों को गुलाब का फूल भी दिया गया और भोजन का पैकेट भी।
अभी हटिया पहुंचे सभी झारखंडी भाइयों को हार्दिक स्वागत । #JharkhandStandsWithMigrants https://t.co/q2X4AkWv9b pic.twitter.com/gMO8v6vX9p
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) May 1, 2020
लगभग 40 दिनों तक लॉकडाउन में फंसे होने के बाद अपने घर पहुंचे झारखंड के मजदूरों ने खुशी जताई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इनके लिए भगवान के तौर पर निकल कर आए हैं। उनका कहना था कि सरकार ने घर वापस बुलाने के लिए जो कुछ किया है इसे वह कभी भूल नहीं सकते। तेलंगाना में फंसे मजदूरों ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि वहां खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं होने के कारण वह लगातार परेशान थे। उधर कोटा से झारखंड के छात्रों को लेकर एक ट्रेन बीती रात रवाना हो गई है। झारखंड के रहने वाले छात्रों ने इस फैसले के लिए हेमंत सोरेन का शुक्रिया अदा किया है साथ ही साथ राजस्थान सरकार का भी आभार जताया है।
Input : First Bihar