एमडीडीएम कॉलेज में पढ़ाई करने वाली मोबाइल फ्रेंडली छात्रओं की आगे की राह आसान नहीं होगी। अब कॉलेज परिसर में कक्षाओं में मोबाइल का उपयोग वर्जित कर दिया गया है। मोबाइल से बातचीत के लिए छात्रओं को एक खास जोन में जाना होगा। छात्रओं के परिसर में मुंह बांधकर आने पर भी रोक लगा दी गई है। ड्रेस कोड को भी सख्ती से लागू किया गया है। जांच के समय ड्रेस में नहीं मिलने पर छात्रओं को जुर्माना भरना पड़ सकता है। जुर्माने की राशि बैंक चालान के जरिए जमा करना होगा। साथ ही निगरानी में चूक करने वाले शिक्षक व कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। नई व्यवस्था की जानकारी प्राचार्य डॉ.ममता रानी ने दी। उन्होंने बताया कि ड्रेस कोड व मोबाइल उपयोग को लेकर विशेष सर्तकता रहेगी। वर्तमान में ऐसा देखने को मिला है कि मोबाइल से बातचीत करने या चैटिंग में कुछ छात्रएं इतनी मग्न रहतीं हैं कि उनका पढ़ाई पर ध्यान ही नहीं रहता। पढ़ाई मनोयोग से हो इसके लिए यह पहल की गई है।
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प्राचार्य बोलीं– नैक की चल रही तैयारी : प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज में नैक मूल्यांकन की तैयारी चल रही है। उससे पहले एसएसएस यानी स्टूडेंट सर्वे सर्टिफिकेशन पर काम हो रहा है। मौके पर परीक्षा नियंत्रक डॉ.उषा कुमारी, नैक की समन्वयक डॉ.नीलम कुमारी आदि उपस्थित रहीं।
नैक मूल्यांकन को लेकर हो रही तैयारियों पर एक नजर
2014 में कॉलेज का नैक मूल्यांकन हुआ उसके बाद कई नए कोर्स बीएड, फैशन डिजाइनिंग, ब्यूटीशियन केयर, मधुबनी पेटिंग, भूगोल में पीजी की पढ़ाई शुरू की गई थी। आने वाले दिन में मास कम्यूनिकेशन, लाइब्रेरी साइंस और कॉमर्स में पीजी की पढ़ाई हो इसकी तैयारी चल रही है।
पिछले पांच साल में महाविद्यालय की उपलब्धि के साथ यहां पढ़ने वाली छात्रएं व पढ़ाने वाले शिक्षकों की उपलब्धि के कागजात, फोटोग्राफ के साथ तैयार किए जा रहे हैं। इस तैयारी में छात्रएं, शिक्षक सहित महाविद्यालय परिवार के कर्मी भी सहयोग कर रहे हैं।
Input : Dainik Jagran