बिहार की राजनीति क्षेत्र में बहूत ही अल्प समय में प्रखर होने वाली राजनीतिक दल राष्ट्रीय जन जन पार्टी (राजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने अपनी दल के कार्यकर्ताओं के साथ मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन दिया।
क्या हैं पूरी घटना ?
बीते 26 जून को शराब तस्करों के शिकायत करने वाले एक व्यक्ति को ही औराई थानाध्यक्ष द्वारा सूचना पर थाने पहुंचे विनय मिश्र ने थानाध्यक्ष राजेश कुमार के खिलाफ जातिसूचक गाली देने का आरोप लगा था।
विनय मिश्र का आरोप था कि थानाध्यक्ष ने उनसे कहा, तुम्ह ब्राह्मणों की औकात क्या हैं। आने वाले दस वर्षो बाद तुमलोग मैला ढोने का काम करोगे। जिसके बाद घटना से आहत विनय ने एसएसपी को ज्ञापन सौंप कर करवाई की मांग की थी।
पीड़ित द्वारा एसएसपी को कहीं गई बाते
पीड़ित विनय मिश्र ने ज्ञापन में कहा, औराई थाने में उनके पंचायत के एक व्यक्ति द्वारा शराब बेच रहे तस्कर के विरुद्ध शिकायत की गई। हालांकि , थानाध्यक्ष शराब तस्करों पर करवाई के बजाय शिकायकर्ता को ही थाने ले गए। इसकी सूचना पर वो थाने गए और थानाध्यक्ष से गिरफ्तारी का कारण पूछा। इस पर थानाध्यक्ष ने उनसे गालीगलौज की और जातिसूचक अपशब्द भीं बोला। वहीं थानाध्यक्ष ने धमकी दी कि यदि तुम शिकायत करोगे तो अनुसूचित जाति एक्ट और झूठे एफआईआर बनाकर जेल के अंदर कर देंगे।
राजपा ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप जांच कर करवाई करने की मांग की
वहीं इसी पूरी प्रकरण पर राजपा के बैनर तले राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार के नेतृत्व में मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी परिसर में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए थानाध्यक्ष पर करवाई करने की मांग किया गया। वहीं आशुतोष कुमार ने एसएसपी जयंत कांत को ज्ञापन सौंप कहा की पूरी घटना की जांच कर दोषी थानाप्रभारी पर करवाई करते हुए निष्कासित करने की मांग।