महिलाओं ने आज करवा चौथ का व्रत रखा है. महिलाएं पति के स्वस्थ रहने और लंबे जीवन की कामना के साथ यह व्रत रहती हैं. इस दिन महिलाएं प्रातः सरगी खाकर पूरे दिन तक करवा चौथ का निर्जला व्रत रहती है. निर्जला व्रत का मतलब है जिस व्रत में केवल अन्न का ही त्याग नहीं किया जाता बल्कि पानी भी नहीं पिया जाता. इस दिन महिलाएं पूरे विधि विधान से करवा माता की पूजा और करवा चौथ की कथा पढ़ने के बाद चंद्रोदय के समय में चंद्र देव को अर्घ्य देती हैं और छलनी में दिया रखकर पहले चंद्र देव के दर्शन करती हैं और इसके ठीक बाद अपने पति का चेहरा देखती हैं.

इसके बाद पति के हाथों से पानी पीकर अपना व्रत खोलती हैं. ज्यादातर महिलाएं करीब एक महीने पहले से ही करवा चौथ की शॉपिंग और तैयारियां शुरू कर देती हैं ताकि ऐन वक्त पर कोई जरूरी चीज छूट ना जाए. सुहाग के लिए रखे जाने वाले इस व्रत में करवा चौथ की थाली का विशेष महत्व होता है. अगर आप थाली में एक भी चीज रखना भूल गई हैं तो आपकी पूजा अधूरी रह सकती है. आइए जानते हैं कि करवा चौथ की थाली में आपको किन चीजों को शामिल करना चाहिए ताकि ऐन समय पर अफ़सोस न करना पड़े

करवा चौथ २०१९, करवा चौथ पूजा की थाली (Karva Chauth/karwa Chauth Thali):
1. करवा चौथ की पूजा की थाली में चंद्रदर्शन के लिए छलनी जरूर होनी चाहिए.
2. मिट्टी का टोंटीदार करवा और ढक्कन जिसे कि करवा भी कहा जाता है भी पूजा की थाली में होना चाहिए.


3. दिया हर पूजा में इस्तेमाल होता है. करवा चौथ की थाली में भी दिया होना जरूरी है.
4. सिंदूर सुहाग की निशानी माना जाता है. इसलिए इसे भी करवा चौथ पूजा की थाली में शामिल किया जाता है.
5. करवा चौथ की पूजा में भगवान् को अर्पित करने के लिए फूल भी थाली में शामिल करने चाहिए.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Muzaffarpur Now इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.

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