साल का अंतिम सूर्य ग्रहण पौष कृष्ण अमावस्या गुरुवार को लगेगा। यह खण्डग्रास सूर्य ग्रहण होगा। ग्रहण काल की अवधि 2 घंटा 53 मिनट होगी। सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटा पहले लग जाएगा। इस दौरान मंदिरों के पट बंद कर दिये जाएंगे।
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पं. योगेन्द्र शास्त्री व पं. प्रभात मिश्र ने महावीर पंचांग का हवाला देते हुए बताया कि सुबह 8:11 बजे सूर्य ग्रहण का प्रारंभ होगा और मोक्ष दोपहर 11 बजकर 04 मिनट पर होगा। यह ग्रहण भारत के कुछ भागों में अंगूठी की तरह दिखाई देगा। ग्रहण के दौरान दूध, दही, घी इत्यादि भोजन सामग्री में तुलसी पत्र, कुश आदि रख देना चाहिए।
ग्रहण के समय किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। मूल नक्षत्र में जन्म लेने वाले तथा मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर राशि वालों व गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से इस ग्रहण से बचना चाहिए। ग्रहण काल में मंत्रों का जाप, उपासना, पाठ करना शुभ होता है।