भविष्य के लिए आधी आबादी को निर्णायक मानकर भाजपा चुनावी रणनीति को अब अंजाम देने लगी है। इस कड़ी में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा किसान चाची के गांव आनंदपुर का रुख करेंगे।

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मुजफ्फरपुर जिला के सरैया प्रखंड में आनंदपुर गांव हैं, जहां 11 सितंबर को नड्डा का कार्यक्रम तय है। साइकिल से घूम-घूमकर खुद के बनाए कृषि उत्पादों का विपणन (मार्केटिंग) करने वाली राजकुमारी देवी पहले साइकिल चाची कही गईं और उसके बाद किसान चाची के रूप में ख्यातिलब्ध हो गईं। महिलाओं को स्वावलंबन का पाठ पढ़ाने के लिए उन्हें पद्मश्री सम्मान भी मिल चुका है। उसके पहले वे किसानश्री सम्मान की हकदार बनी थीं।

BJP chief JP Nadda accuses Rahul Gandhi of indulging in mudslinging - india news - Hindustan Times

कार्यक्रम का जिम्‍मा मंत्री सुरेश शर्मा को

सवर्ण समाज की किसी महिला का घर की दहलीज पार कर खेत में कदम रखना और फिर साइकिल से अपने लक्ष्य तक का सफर तय करना, एक क्रांतिकारी पहल है। इसके लिए राजकुमारी देवी की चहुंओर प्रशंसा हो रही। वे महिला समाज में आदर्श और अनुकरणीय बन चुकी हैं। नड्डा भी महिलाओं को वस्तुत: यही समझाने आ रहे कि स्वावलंबन के जरिए आर्थिक समृद्धि भी हासिल हो सकती है और समाज में गरिमामय स्थान भी। उनके कार्यक्रम की तैयारी का जिम्मा नगर विकास मंत्री को सुरेश शर्मा को मिला है, जो मुजफ्फरपुर के विधायक हैं और इस बार भी विधानसभा चुनाव में टिकट के सशक्त दावेदार।

How 'Kisan Chachi' from Muzaffarpur empowered over 300 rural women to take up farming, and lead an independent

किसान चाचाी के उदाहरण से महिलाओं को स्‍वालंबन के लिए करेंगे प्रेरित

11 सितंबर को मुजफ्फरपुर में भाजपा महिला मोर्चा की ओर से वर्चुअल रैली प्रस्तावित है।जेपी नड्डा के साथ विधानसभा चुनाव के प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस रैली को संबोधित करने वाले हैं। किसान चाची की कामयाबी का उदाहरण देकर वे महिलाओं को स्वावलंबन और स्वरोजगार के लिए उत्प्रेरित करेंगे। सुरेश शर्मा बताते हैं कि मुजफ्फरपुर नगर से आनंदपुर गांव की दूरी करीब 30 किलोमीटर है। वहां का कोना-कोना कृषि उत्पादों से अटा पड़ा है। आम, अदरक, ओल के अचार तो आंवला और बेल के मुरब्बे की खुशबू हर कोने में है। छोटी सी किसानी से भी कैसे खुशहाली आ सकती है, राजकुमारी देवी का घर एक मिसाल है और उसके पीछे उनका त्याग है। शादी के नौ साल बाद भी सूनी गोद और साथ में बेरोजगार पति। अपनी जिद पर राजकुमारी देवी ने घर की दहलीज लांघी। उसके बाद तो बवाल मच गया। परिवार और समाज से बहिष्कृत कर दी गईं, फिर भी वे अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ती गईं और आज उपलब्धि के इस मुकाम पर हैं।

मोदी, नीतीश और अमिताभ तक हैं प्रशंसक

पूसा कृषि विश्वविद्यालय से खाद्य प्रसंस्करण की तरकीब सीख राजकुमारी देवी ने अचार और मुरब्बे के काम को आगे बढ़ाया। महज डेढ़ सौ रुपये से शुरू किया उनका काम आज कारोबार बन गया है, जिससे कई महिलाएं और युवतियां जुड़ी हुई हैं। गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी भी उनकी लगन की तारीफ कर चुके हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कामकाज देखने उनके घर तक गए। टीवी चैनल के कार्यक्रम (आज की रात है जिंदगी) में वे अमिताभ बच्चन के साथ भी दिख चुकी हैं। उनसे प्रभावित बिग बी कार्यक्रम में उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा किए थे।

Source : Dainik Jagran

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