ईद के अवसर पर पटना के गांधी मैदान में नमाजियों को मुबारकबाद देने पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में गिरिराज सिंह के बयान का जवाब देते हुए कहा कि ‘मैं कुछ नहीं कहूंगा, कुछ लोगों की बातें बनाने की आदत है. उन्होंने कहा कि मै शुरू से इन लोगों को जानता हूं. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वे मीडिया में बने रहने के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति दूसरों की धर्म का सम्मान नहीं करता वैसे व्यक्ति धार्मिक नहीं है, वी व्यक्ति अधर्मी है. उन्होंने खुद को लेकर कहा कि हम सभी धर्म की शुभकामनाये देते हैं. इससे पहले भी नीतीश कुमार ने मंगलवार को गिरिराज के बयान पर मीडिया से बातचीत में कहा था कि वो इसलिए ऐसा बोलते रहते हैं ताकि खबर बन सके.
गिरिराज का ट्वीट बिहार की राजनीति में गजब ढा गया : केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी आयोजित करने पर महज यही ट्वीट किया था कि यदि पे इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते। इस पर बवबाल हो गया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने श्री सिंह की टिप्पणी पर कड़ी नाराजगी जताई है और उन्हें हिदायत देते हुए कहा कि इस तरह की शिकायत नहीं आनी चाहिए।
इधर केंद्र का नजरिया मिलते ही सत्ता सुख की खातिर नीतीश कुमार के हमदम बने उनकी ठकुरसुहाती करने वाले उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी गिरिराज सिंह पर निशाना साधा। कहा कि वे तो होली में भी भोज नहीं देते, इफ्तार तो दूर की बात है। अपनी डींग हांकी कि वे तो इफ्तार का आयोजन भी करता हूं और होली मिलन का भी। वैसे उनके मित्र नीतीश कुमार उनके इफ्तार पर क्यों नहीं आये, इसका कोई जवाब है छोटे मोदी के पास?
जदयू के के सी त्यागी भी गिरिराज सिंह पर तंज कर रहे हैं मगर खुद उनकी पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार महागठबंधन के सहयोगी दलों के इफ्तार में जा रहे हैं, उन्हें गलबहियां कर रहे हैं, अपने इफ्तार में भी उन्हें बुलाते हैं, महागठबंधन में फिर से शामिल होने का ऑफर मिलता है। यह सब क्या है, केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक सीट ऑफर किये जाने पर इतनी मिर्ची लग गई कि बिहार में कैबिनेट का विस्तार कर बीजेपी को एक मंत्री पद ऑफर तक दे डाला। साफ है कि सुशासन बाबू विधानसभा चुनाव एनडीए से अलग हो कर लड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। जमीर हो न हो, कुर्सी नहीं जाए!
Input:Daily Bihar