बिहार में शनिवार को कोरोना वायरस के पांच और संदिग्धों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इनमें दो पटना तथा बाकी तीन गोपालगंज, दरभंगा व नालंदा निवासी हैं। पीएमसीएच में शनिवार को भर्ती कराए गए दोनों संदिध पटना के ही रहने वाले हैं। दोनों कॉटेज के आइसोलेटेड वार्ड में रखे गए हैं। वहीं, पटना एम्स में भी गोपालगंज निवासी एक संदिग्ध को भर्ती कराया गया है। उसे पहले से गैंगरीन है। वह गुरुवार को ही दुबई से लौटा है। उधर, नालंदा के हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल में एक संदिग्ध को लाया गया। दरभंगा में भी डीएमसीएच में एक 80 वर्षीय संदिग्ध को भर्ती कराया गया है।
विदेशियों के लिए बिहार-नेपाल सीमा बंद
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार ने शनिवार को कई और एहतियाती कदम उठाए हैं। जोगबनी स्थित बिहार-नेपाल सीमा को विदेशियों के लिए 15 मार्च से बंद कर दिया गया है। यहां से सिर्फ भारत और नेपाल के लोग ही आ-जा सकेंगे। पटना-काठमांडू बस सेवा भी रोक दी गई है। वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और शिवहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।
रेरा ने 31 तक सभी केसों की सुनवाई रोकी
रीयल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने कोरोना के मद्देनजर केसों की सुनवाई तत्काल रोक दी है। बिहार रेरा के चेयरमैन अफजल अमानुल्लाह ने शनिवार को इस संबंध में में कहा कि 16 से 31 मार्च के बीच किसी केस की सुनवाई नहीं होगी। इस अवधि में होने वाले सभी केसों की सुनवाई को स्थगित कर दिया है। लोगों से अपील की कि बेहद जरूरी होने पर ही वे रेरा के शास्त्रीनगर दफ्तर में आएं। कोई भी जानकारी टेलीफोन पर दी जा सकती है। लोगों की दिक्कतें और सूचना को नोट करने के लिए ऑफिस में 11.30 से चार बजे तक स्टाफ मौजूद रहेगा।