कोरोना काल में अपने हुनर की बदौलत बेरोजगारी को युवा मात दे रहे हैं। इंडिया बीपीओ प्रमोशन योजना (आइबीपीएस) उनके लिए संजीवनी बन रही है। इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के आइबीपीएस के तहत विजन इंडिया कंपनी शहर का पहला बीपीओ यानी बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग सेंटर है। जनवरी से जुलाई तक 4998 को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं 2308 को रोजगार मिला है। कटरा की रूपा कुमारी ने कहा कि पारिवारिक संकट से वह रोजगार से जुडऩा चाहती थीं। इस बीच विजन इंडिया संस्था से जुड़ीं और अब डाटा मैनेजमेंट का जॉब कर रही हैं।
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कई युवतियों को रोजगार मिला
कांटी की श्वेता कुमारी ने बताया कि इस संस्था से उनकी जैसी कई युवतियों को रोजगार मिला है। हाजीपुर के बासुदेवपुर चपुटा निवासी संस्था के सीईओ विवेक कुमार के मुताबिक कंपनी ने एक सर्वेक्षण कराया। इसमें पता चला कि बड़े शहरों में चल रहे बीपीओ में अमूमन 56 फीसद कर्मचारी छोटे शहरों से आकर काम करते हैं। छोटे शहरों से पलायन का मूल कारण रोजगार के अवसरों की कमी है। इससे प्रेरणा लेते हुए हमने तय किया कि छोटे शहरों में बीपीओ केंद्र खोलेंगे। मुजफ्फरपुर भी इन्हीं में से एक है। केंद्र खोलने के मार्ग में कई तरह का संकट था। आइबीपीएस में निहित विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहनों से इस समस्या का समाधान हो पाया। इस योजना में सरकार के कुछ मानकों पर खरा उतरने पर प्रति सीट एक लाख रुपये तक के आवंटन का प्रावधान है। योजना का लाभ उठाते हुए युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। देश की सभी प्रतिष्ठित कंपनी से संबद्ध होकर काम हो रहा है।
कौशल विकास कार्यक्रम का सहयोग
सरकार के सहयोग से चल रही प्ंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत पटियासा में एक सेंटर का संचालन हो रहा है। संस्था के प्रबंधक राजीव रजन ने बताया कि पहले बेरोजगार युवकों को बुलाकर प्रशिक्षण दिया जाता था। अब तरीका बदल गया है। बच्चे ऑनलाइन आवेदन दे रहे और ऑनलाइन ही कोर्स कराया जा रहा है। एक से तीन माह का कोर्स है। निबंधन, क्लास व नौकरी दिलाने तक संस्था कोई शुल्क नहीं लेती है। बिहार के मुजफ्फरपुर सहित दूसरे प्रदेश के बच्चे भी प्रशिक्षण ले रहे हैं। जिले के 750 युवाओं को रोजगार मिला है।
इन क्षेत्रों में मिल रहा रोजगार
डाटा इंट्री ऑपरेटर, कॉल सेंटर एग्जीक्यूटिव, गैस पाइप लाइन ऑपरेटर, सोलर पैनल इंस्टॉलेशन स्पेशलिस्ट, डिजिटल मार्केङ्क्षटग, साइबर सिक्यूरिटी का मुख्य रूप से कोर्स कराया जा रहा है।
ऐसे मिला रोजगार
माह— प्रशिक्षण—–रोजगार
जनवरी—-1248——-573
फरवरी—–634——–308
मार्च——-703——–387
अप्रैल—–410———104
मई——-685——–268
जून——-532——-227
जुलाई—–786——441
Input : Dainik Bhaskar