न बैंड-बाजा होगा और न ही बराती। बस दूल्हा-दुल्हन और मंत्र पढ़ने को पंडित जी होंगे, इसके अलावा पांच-दस नजदीकी रिश्तेदार। फिलहाल लॉकडाउन के दौरान अगर शादी करनी है, तो इन नियमों का पालन करना होगा। शादी के लिए मैरिज या बैंक्वेट हॉल की बुकिंग कर पार्टी या डीजे की अनुमति नहीं है। हर हाल में शादी घर से ही सादे समारोह में करनी होगी।
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दरअसल, लॉकडाउन के कारण अप्रैल-मई में होने वाली अधिसंख्य शादियां टल चुकी हैं। जिनकी शादी मई के आखिरी सप्ताह या जून में तय थी, वे अब असमंजस में हैं। बाजार तो खुल चुके हैं। सामान की खरीदारी भी शुरू है मगर हॉल या बैंड-बाजे की बुकिंग नहीं हो रही। इस पर रोक है।
जून के बाद सीधे नवंबर में लगन : जून में मिथिला पंचांग के अनुसार चार और बनारसी पंचांग के अनुसार आठ तिथियों को शादियों का शुभ मुहूर्त शेष है। पंडित राकेश झा के मुताबिक मिथिला पंचांग के अनुसार 7, 10, 11, 17 जून को और बनारसी पंचांग के अनुसार 14, 15, 19, 20, 25, 27, 28, 30 जून को शादी के लिए शुभ मुहूर्त है। इसके बाद फिर नवंबर-दिसंबर में ही शादी का मुहूर्त बन रहा है।
पटना सदर अनुमंडलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने बताया कि फिलहाल मैरिज या बैंक्वेट हॉल की बुकिंग नहीं की जा सकती। अगर आप घर से सादे समारोह में पांच-दस स्वजनों की उपस्थिति में शादी करना चाहते हैं, तो इसके लिए किसी आदेश की जरूरत नहीं है। बैंड-बाजा या भीड़-भाड़ की अनुमति नहीं है। हां! शादी के लिए खरीदारी पर कोई प्रतिबंध नहीं है। शर्तो के साथ बाजार खुल चुके हैं। शादी का कार्ड पास के रूप में इस्तेमाल कर खरीदारी या आवश्यक आवागमन किया जा सकता है।
फूलों की जगह सैनिटाइजर से स्वागत
दानापुर के रहने वाले विक्रम सिंह का कहना है कि मेरी बेटी की शादी 22 जून को तय है। शादी की डेट छह माह पहले तय थी। बदलाव संभव नहीं है, लिहाजा फिजिकल डिस्टेंस और तय मानकों का पालन करते हुए विवाह होगा। पहले फूलों की माला पहनाकर बरातियों का स्वागत करते थे। इस बार सैनिटाइजर और मास्क से स्वागत होगा।
Input : Dainik Jagran