भागलपुर में जिला कल्याण कार्यालय के पांच साल पुराने चेक से राशि के भुगतान करने का मामला प्रकाश में आया है। चेक पर पूर्व जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार का हस्ताक्षर है। कुमार सृजन घोटाले में दो साल से जे’ल में बंद हैं। वर्तमान जिला कल्याण पदाधिकारी ने बैंक ऑफ बड़ौदा को वकालतन नोटिस भेजा है।

#AD

#AD

जिला कल्याण शाखा का बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता है। वित्तीय वर्ष 2018-19 के खाता विवरणी की जांच के दौरान पाया गया कि दो मार्च 2019 को बैंक द्वारा सारो देवी को 10 हजार रुपये भुगतान किया गया है। जांच में पता चला कि वर्तमान कल्याण पदाधिकारी द्वारा इस तरह का कोई चेक जारी ही नहीं किया गया है। चेक और राशि के भुगतान की जानकारी के लिए जिला कल्याण पदाधिकारी ने राशि की निकासी से संबंधित साक्ष्य और जानकारी के लिए 22 अप्रैल 2019,10 जुलाई और 19 अगस्त को बैंक ऑफ बड़ौदा के संबंधित शाखा, क्षेत्रीय कार्यालय और भारतीय रिजर्व बैंक को पत्र भेजा।

बैंक ने एक अक्टूबर को पत्र के माध्यम से जानकारी दी कि दो मार्च 2019 के चेक संख्या 650729 के माध्यम से राशि की निकासी की गयी है। बैंक द्वारा चेक की छायाप्रति भी भेजी गयी है। चेक में तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार का हस्ताक्षर है। जबकि कुमार 16 अगस्त 2017 से न्यायिक हिरासत में हैं और खाता का संचालन वर्तमान जिला कल्याण पदाधिकारी के हस्ताक्षर से किया जा रहा है।

जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि डीपीएस उवि. करहरिया की छात्रा सारो देवी को वित्तीय वर्ष 2014-15 में अत्यंत पिछड़ी जाति मेधावृत्ति योजना के तहत चेक के माध्यम से 29 नवम्बर 2014 को तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा जारी किया गया था। बैंक द्वारा हस्ताक्षर का मिलान नहीं करना गंभीर मामला है। चेक की तिथि, माह और वर्ष के साथ भी छेड़छाड़ किया गया है। बैंक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक संतोष कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच करायी जा रही है। चेक डाकघर में जमा किया गया था। चेक का ऑनलाइन क्लीयरेंस हुआ है। डाकघर को पत्र भेजकर चेक सहित अन्य जानकारी मांगी गयी है।

Input : Hindustan

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.