लॉकडाउन में भी गरीबों के राशन की बेधड़क हो रही कालाबाजारी पर प्रशासनिक अफसर अंकुश लगाने में असफल साबित हो रहे हैं।इसको लेकर स्थानीय स्तर पर सवाल उठने लगे हैं। इस गोरखधंधे में विभागीय अधिकारियों की भी संलिप्तता जग जाहिर है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत संचालित राशन की दुकानों पर गरीबों के लिए मिल रहे राशन की कालाबाजारी धड़ल्ले से की जा रही है। इस दावे की पुष्टि भी विभागीय अधिकारियों की कार्रवाई से की जा सकती है।
वहीं गायघाट प्रखंड की कांटा पिरौछा दक्षिणी पंचायत में जविप्र विक्रेता के व पैक्स के डीलर रीता देवी के विरुद्ध स्थानीय ग्रामीणों ने मार्च, अप्रैल, मई माह के राशन की कालाबाजारी का आरोप लगाया है। इसके साथ ही अंगूठा लगाकर राशन भी नहीं दिए हैं। रसीद कहीं नहीं मिलता है। पैसा मनमानी लेकर एवं वजन कम देने की भी शिकायत ग्रामीणों ने की हैं। ग्रामीणों द्वारा शनिवार को मामले की शिकायत सीओ और एमओ से की गई है। शिकायत करने वालों में दलौरी देवी, प्रमिला देवी, जगतारण देवी, रमेश पासवान, सुनिता देवी, विभा देवी, रघुवीर साह, श्याम साह,अनिल साह आदि प्रमुख है।
इधर आवेदन देकर मिली शिकायत के बाद सीओ राघवेन्द्र राघवन ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। कालाबाजारी करने वाले डीलर बख्शे नहीं जाएंगे। जांच के बाद जो तथ्य सामने आए उस पर कारवाई होंगी। बता दें कि बीते दो दिन पहले ही सुस्ता के पीडीएस डीलर विजन राय पर कारवाई की गई है।