बेगूसराय। बिहार में शुद्धीकरण की राजनीति शुरू हो गई है। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बाबा साहब डॉ भीम राव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया था। अब शनिवार को उस मूर्ति को अंबेडकर विचार संघेर्ष मंच के लोगों ने बाबा साहब की मूर्ति को गंगा जल से धो दिया। मंच के लोगों ने कहा कि एक ओर गिरिराज सिंह संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसे में बाबा साहब की मूर्ति पर उनके द्वारा माल्यार्पण किया जाना उचित नहीं है।
जानकारी के अनुसार, बेगूसराय के बलिया में शुक्रवार को भारतवंशी जागृति यात्रा निकाली गयी थी। इस यात्रा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शिरकत की थी। इसी दौरान बलिया प्रखंड के अंबेडकर पार्क में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
वहीं, अब इस पर सियासत शुरू हो गई है। शनिवार को अंबेडकर विचार संघर्ष मंच तथा राष्ट्रीय जनता दल समेत अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर की प्रतिमा को गंगा जल से धो दिया। मौके पर उपस्थित सीपीआई के सनोज सरोज, राजद के विकास पासवान, रूपनारायण पासवान सहित अन्य लोगों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने अंबेडकर की मूर्ति को अशुद्ध कर दिया गया है। ये सभी नेता व कार्यकर्ता लखमिनिया फूलचौक पर सीएए के विरोध में धरना पर बैठे हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार सीएए और एनआरसी के नाम पर देश को बांटा जा रहा है, यह यहां के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसका विरोध जारी रहेगा।
दूसरी ओर, अंबेडकर की मूर्ति को गंगा जल से धोने का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विरोध किया है। बेगूसराय के भाजपा जिला अध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने विरोध करते हुए कहा कि ये लोग मुस्लिमों-दलितों को बहकाकर 1947 की याद दिला रहे हैं। देश की जनता यह बर्दाश्त नहीं करेगी। भीम राव अंबेदकर सभी वर्गों के आदर्श हैं।