सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का ख्याल रखते हुए बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह मेष लग्न में विधिवत पूजा पाठ के बाद ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए हैं. जिस समय बाबा केदारनाथ कपाट खुला उस समय मंदिर में केवल मंदिर के मुख्य रावल समेत 16 लोग ही मौजूद थे. अलसुबह 3 बजे मंदिर में ख़ास पूजा अर्चना की गई. मंदिर के मुख्य रावल शिव शंकर लिंग ने बाबा केदारनाथ की समाधि पूजा-अर्चना की. इसके साथ ही मंदिर से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी किए. इसके पश्चात पाहले से ही तय समय प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर बाबा केदारनाथ के कपाट खोल दिए गए.
हर बार जब बाबा केदारनाथ के कपाट खुलते थे तो बड़ी संख्या में भक्त बाबा के दर्शन करने और इस अद्भुत पल के साक्षी बनने के लिए यहां आते थे. लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन के कारण भक्त बाबा केदारनाथ की पहली झलक नहीं ले सके.
Uttarakhand: Portals of the Kedarnath temple were opened at 6:10 am today. 'Darshan' for the devotees is not allowed at the temple as of now. pic.twitter.com/HU6nyUWIw6
— ANI (@ANI) April 29, 2020
देवस्थानम बोर्ड के कार्यधिकारी एनपी जमलोकी ने जानकारी दी कि मंदिर मार्ग पर काफी बर्फ जमा थी इसलिए संगम से मंदिर परिसर तक बर्फ को काटकर चार फीट से अधिक चौड़ा रास्ता तैयार किया गया है. लॉकडाउन के कारण इस बार आम भक्त बाबा के कपाट खुलने के बाद दर्शन नहीं कर पाए.
दर्शन नहीं पर मिलेगा प्रसाद:
लॉकडाउन की वजह से भले ही भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन नहीं कर पाए हों लेकिन मंदिर प्रशासन की तरह से भक्तों को डाक के जरिए प्रसाद भेजा जाएगा. भक्तों ने बाबा के प्रसाद के लिए कोरोना के लॉकडाउन से पहले ही प्रसाद के लिए देवस्थानम बोर्ड को केदारनाथ धाम के कपाटोद्घाटन के लिए ऑनलाइन बुकिंग करा ली थी. भक्तों ने महाभिषेक पूजा व रुद्राभिषेक पूजा के लिए बुकिंग कराई थी.