चुनावी धमक के साथ ही बाजार से दो हजार के नोट गायब होने लगे हैं। बैंकों और एटीएम से निकाले जाने वाले दो हजार के नोटों में से महज 15 फीसदी ही बैंकों में लौटकर आ रहे हैं। छह महीने पहले तक 45 से 50 फीसदी तक नोट वापस आ रहे थे। चुनाव की तारीख नजदीक आते ही बड़े नोट के लौटने की गति और धीमी हो गई है। पकड़े जा रहे कैश में भी 80 फीसदी तक दो हजार के नोट मिल रहे हैं। चुनाव के मद्देनजर कई स्तरों से कैश मैनेजमेंट की मॉनिटरिंग में इसका खुलासा हुआ है।
बैंकों के कैश मैनेजमेंट से संबंधित कर्मियों की मानें तो पिछले डेढ़ वर्षों में जिले के आठ करेंसी चेस्टों से पौने चार अरब दो हजार के नोट निकले हैं। इसमें 15 फीसदी नोट ही जमा हुए हैं। शेष नोट का पता नहीं चल रहा है। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए आरबीआई सहित विभिन्न एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक एके मिश्रा ने बताया कि दो हजार का नोट आरबीआई से नहीं आ रहे हैं। चुनाव को लेकर जांच एजेंसिया निगरानी कर रही हैं।
Input : Hindustan