मुजफ्फरपुर । कीचड़ व जलजमाव ने अंतरराज्यीय बैरिया बस पड़ाव को नारकीय बना दिया है। हर रोज यात्रियों की फजीहत होती है। यह स्थिति तब है जब यात्री सुविधा एवं पड़ाव के जीर्णोद्धार के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं । जलनिकासी की समस्या की वजह से हल्की बारिश में ही यहां जलजमाव हो जाता है। कीचड़ से लोग बेहाल रहते हैं । यात्रियों के लिए न कोई सुविधा है और नहीं सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम। पेयजल का भी इंतजाम नहीं है । यात्रियों के लिए बने शेड पर दुकानदारों का कब्जा है। रोशनी के लिए लगाई गईं दर्जनों वैपर लाइटें खराब पड़ी हैं। लाखों रुपये खर्च कर बनी सड़क व नाला बनने के साथ ही टूट गए। बैरिया बस पड़ाव समिति की बैठक के बाद भी यहां की समस्या का निदान नहीं हुआ। बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन का कहना है कि सरकार को लाखों रुपये राजस्व यहां से मिलता है। इसके बाद भी यहां की बदहाली को खत्म करने में दिलचस्पी नहीं।
समस्या के निदान को लेकर हाइकोर्ट भी पहुंचा था मामला
बैरिया बस पड़ाव की समस्याओं के निदान को लेकर हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया गया। मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के जिला प्रवक्ता कामेश्वर महतो पड़ाव में सुरक्षा एवं यात्री सुविधा को लेकर हाईकोर्ट में रिट दायर की थी। कोर्ट ने पुलिस ओपी खोलने समेत समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार कार्य करने का आदेश दिया। प्रशासन ने कोर्ट के आदेश को जब फाइलों में दबा दिया तो एक बार फिर अवमानना वाद दायर किया गया। कोर्ट ने प्रशासन को चार सप्ताह के अंदर कार्य कर संपन्न कर उसकी तस्वीर के साथ हलफनामा दायर करने का आदेश दिया। आननफानन प्रशासन ने आधा-अधूरा कार्य कर कोर्ट में हलफनामा दायर कर दिया, मगर समस्या का निदान नहीं हो सका। लोग लगातार इसके बारे में शिकायत कर रहे हैं।
Source : Dainik Jagran