शहरवासी स्मार्ट सिटी में रहने का सपना तो देख रहे। स्वच्छ, स्वस्थ एवं सुंदर शहर की बात करते हैं। लेकिन, अपनी सोच नहीं बदल पा रहे। जहां चाहे घर एवं दुकान का कूड़ा फेंक दिया। न उनको कोई रोकने वाला, न ही टोकने वाला। दो कदम चलकर डंपिंग स्थल या सड़क किनारे रखे कूड़ेदान में कूड़ा डालना बोझ समझते हैं। बीच सड़क एवं नाले में कूड़ा डाल देते हैं। जब सड़क गंदी एवं नाला जाम हो जाता है तो नगर निगम को कोसते हैं। किसी ने टोका तो मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।
सड़क एवं नाले में कचरा डालने वालों पर जुर्माना लगाने के लिए निगम के सभी वार्ड जमादारों को रसीद उपलब्ध कराई गई है। लेकिन, किसी पर जुर्माना नहीं लगाया जाता।
नई बाजार के रवि कपूर बताते है कि लोग बात तो स्वच्छता की करते हैं, लेकिन जब शहर को स्वच्छ रखने की बारी आती है तो अपनी जिम्मेवारी भूल जाते हैं। घर एवं दुकान का कूड़ा सड़क पर फेंक देते हैं। हर व्यक्ति को अपनी मानसिकता बदलनी होगी।
अधिवक्ता धीरज कुमार का कहना है कि सड़क पर कचरा फैलाने वालों के लिए कानून बना है। ऐसा करने वालों पर जुर्माने का प्रावधान भी है। लेकिन, नगर निगम ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की जगह अपना हित साधने में लगा है। सुधार के लिए लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी।
अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने कहा कि स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्राथमिक डंपिंग स्थलों कूड़ेदान रखा जा रहा है। जल्द ही सड़क पर कचरा फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने का काम किया जाएगा।
Input : Dainik Jagran