जातीय जनगणना के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार सहित 10 दलों के नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की. पीएम से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम सभी 10 पार्टियों के 11 नेता आज पीएम मोदी से मिलने गए थे. बिहार के नेता इस पर एक राय हैं. सब लोगों ने जाति आधारित जनगणना के पक्ष में अपनी बात रखी. पीएम मोदी ने सभी की बातों को ध्यान से सुना. उम्मीद है वह फैसला लेंगे. हमारी मांग को उन्होंने सुना है, इस पर मना नहीं किया है.
Delhi | People in Bihar and the entire country are of the same opinion on this issue. We are grateful to the PM for listening to us. Now, he has to take a decision on it: Bihar CM Nitish Kumar on meeting with PM Narendra Modi over caste census pic.twitter.com/8e2F0LYoNo
— ANI (@ANI) August 23, 2021
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर कोई काम राष्ट्रहित में है और बिहार की 10 पार्टियां इस मुद्दे पर एकजुट हैं. इससे देश के गरीब या यूं कहें अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को लाभ होगा. मंडल कमीशन से पहले तो पता ही नहीं था कि देश में कितनी जातियां हैं. उसी के बाद पता चला कि देश में हजारों जातियां हैं. जब इस देश में जानवरों की गिनती होती है, पेड़ों की होती है तो इंसानों की भी होनी चाहिए. हम ये जानना चाहते हैं जातीय जनगणना क्यों नहीं होनी चाहिए. अगर सरकार के पास स्पष्ट आंकड़ा ही नहीं है तो कल्याणकारी योजनाएं कैसे सही तरीके से लागू होंगी. तेजस्वी ने ये भी कहा कि पीएम मोदी ने उनके पक्ष को सुना है. उन्होंने नीतीश कुमार को भी धन्यवाद दिया कि वह उनकी मांग को लेकर पीएम मोदी तक पहुंचे.
The prime minister listened to all members of the delegation on caste census in the state. We urged the PM to take an appropriate decision on it. We briefed him on how resolutions have been passed twice in the state assembly on caste census: Bihar CM Nitish Kumar in Delhi pic.twitter.com/Qz0RzcPNdk
— ANI (@ANI) August 23, 2021
जातीय जनगणना सिर्फ बिहार की सोच नहीं, पूरे देश में ऐसा ही है
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली जाने से पहले भी जातिगत जनगणना को लेकर अपनी बात दोहराई थी और कहा था कि एक बार तो कम से कम जातियों की जनगणना होनी ही चाहिए. नीतीश कुमार ने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण मुद्दा है और यह हो जाए तो इससे अच्छी सोच नहीं होगी. यह सिर्फ बिहार की सोच नहीं है, बल्कि पूरे देश में ही ऐसा है. इसलिए कम से कम एक बार जातिगत जनगणना होनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि इसी सोच के साथ मिलकर सभी अपनी बात रखेंगे.
Caste-Based Census: PM Modi heard us carefully, says Bihar CM Nitish Kumar after meeting with PM #CasteBasedCensus pic.twitter.com/iYir9CFR7M
— India Ahead News (@IndiaAheadNews) August 23, 2021
पीएम से मुलाकात के बाद क्या बोले तेजस्वी
सुशील मोदी ने कहा कि पहले भी जातीय सर्वेक्षण कराया तो उसमें त्रुटियां पाई गईं
बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने कहा कि वर्ष 2011 में भाजपा के गोपीनाथ मुंडे ने जातीय जनगणना के पक्ष में संसद में पार्टी का पक्ष रखा था. उस समय केंद्र सरकार के निर्देश पर ग्रामीण विकास और शहरी विकास मंत्रालयों ने जब सामाजिक, आर्थिक, जातीय सर्वेक्षण कराया, तब उसमें करोड़ों त्रुटियां पाई गईं. जातियों की संख्या लाखों में पहुंच गई. भारी गड़बड़ियों के कारण उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई. वह सेंसस या जनगणना का हिस्सा नहीं था.
इन नेताओं ने पीएम मोदी से की मुलाकात
जब तक बीमारी पता नहीं चलेगी, इलाज कैसे कर पाएंगे : तेजस्वी यादव
बता दें कि राजद नेता व बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर कई दिनों से मुखर हैं. आज जातिगत जनगणना की मांग को लेकर पीएम मोदी से होने वाली मुलाकात से पहले रविवार को तेजस्वी यादव का एक बार फिर बयान आया था. उन्होंने कहा कि जब तक बीमारी का पता नहीं चलेगा, उसका सही इलाज कैसे कर पाएंगे.