बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है. दरअसल पाकिस्तान के घुड़सवार उस्मान खान ने 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. ओलंपिक में घुड़सवारी की सिंगल इक्वेस्ट्रिन स्पर्द्धा के लिए उन्होंने क्वालीफाई किया है. दरअसल पाकिस्तान की मुसीबत यहीं से शुरू होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि उस्मान के घोड़े का नाम ‘आजाद कश्मीर’ है और इस कारण भारतीय ओलंपिक पदाधिकारियों ने सवाल खड़े किए हैं. दरअसल भारतीय खेमे को घोड़े के इस नाम पर आपत्ति है.
इंटरनेशनल इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन (एफआईए) के मुताबिक उस्मान खान ने पिछले साल अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया से 12 साल के एक घोड़े को खरीदा. उसके बाद उन्होंने उसका नाम बदलकर ‘आजाद कश्मीर’ रख दिया. भारत की तरफ से फवाद मिर्जा ने इस स्पर्द्धा के लिए क्वालीफाई किया है.
पाकिस्तानी घोड़े के नाम के मुद्दे पर भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (आईएओ) कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है. वह इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) में अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. वह इस कानूनी विकल्प पर विचार कर रहा है कि क्या ये हरकत ओलंपिक चार्टर के नियम 50 का उल्लंघन है. दरअसल ये नियम खेल की निष्पक्षता (Neutrality) से संबंधित है. नियम 50 में कहा गया है कि ओलंपिक खेलों के दौरान, स्थल या अन्य किसी क्षेत्र में किसी भी प्रकार के राजनीतिक, धार्मिक, जातीय प्रोपेगैंडा के प्रदर्शन की अनुमति नहीं है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान जिसको आजाद कश्मीर कहता है, भारत उस क्षेत्र को पाक अधिकृत कश्मीर कहता है. भारतीय अधिकारी ओलंपिक खेलों के नियम 50 के तहत इस मुद्दे को उठा रहे हैं. यदि भारत की बात सुनी जाती है तो आईओसी के नियम 50 के तहत उसका ओलंपिक कोटा छिन सकता है. वैसे भी उस्मान इस स्पर्धा में टोक्यो के लिए क्वालीफाई करने वाले एकमात्र पाकिस्तानी घुड़सवार हैं.
Input : Zee News