सिमडेगा में सब्जी और बुटझनगरी बेचकर गुजर बसर करने वाली 12 साल की पालिनी कुमार शुक्रवार दिन भर ट्विटर पर ट्रेंड करती रही. जानकारी के अनुसार, पालनी पढ़-लिख कर नर्स बनकर लोगों की सेवा करना चाहती है. लेकिन आर्थिक तंगी के कारण इसके सपने दम तोड़ रहे हैं. यह कहानी सामने आते ही एक साथ मदद को कई हाथ बढ़े.
पालनी कुमारी कक्षा 7वीं में पढ़ती हैं
वो जब डेढ़ साल की थीं तो पापा का निधन हो गया।पालनी को नर्स बनना है क्योंकि उसे लगता है नर्स ही लोगों की सेवा करती हैं।पढ़ाई कर सके इसलिए सड़क किनारे चना बेचती है और मम्मी बस में।6th में 75% से पास हुईं है पालनी।जगह-झारखंड , सिमडेगा
मदद कीजिए pic.twitter.com/o8Wkf7eBBm— Gyanendra Tiwari (ABP News) (@gyanendrat1) February 25, 2021
हेमंत सोरेन-गौतम अडानी ने बढ़ाया मदद का हाथ
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लेकर देश के दूसरे बड़े कॉरपोरेट घराने अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी ने के अलावा रुंगटा ग्रुप और अन्य संस्थान ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, यानी झारखंड की बेटी अब अपने सपनों को उड़ान दे पाएगी. अदानी ग्रुप में पालिनी कुमारी को प्रतिमाह ₹25 हजार देने की बातें कही है.
छोटी सी बच्ची और इतने बड़े विचार..!
पालनी की शिक्षा की जिम्मेदारी उठाना मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। अगर आपमें से किसी के पास उसके परिवार की कांटैक्ट डिटेल हो तो मुझे देने की कृपा करें।
यही बेटियाँ नए और सशक्त भारत की उम्मीद हैं, इन्हें बेहतर कल मिले ये हम सबकी जिम्मेदारी है।
— Gautam Adani (@gautam_adani) February 25, 2021
पिता के निधन के बाद से संघर्ष कर रही पालिनी
वहीं, जिले के उपायुक्त सुशांत गौरव ने अधिकारियों की टीम भेजकर पालिनी के पूरे परिवार की स्थिति का जायजा लेते हुए हर स्तर पर मदद करने का आदेश दिया है. पालिनी कुमारी को लेकर हेमंत सोरेन से लेकर अडानी तक ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं. 12 साल की पालिनी कुमारी लाइन कॉन्वेंट शामटोली में 7वीं क्लास में पढ़ती हैं. ढाई साल की उम्र में उसके पिता का निधन हो गया. उसके बाद मां और पालिनी स्वयं जीवन के लिए संघर्ष कर रही हैं.
Yes of course
— RK Vij (@ipsvijrk) February 25, 2021
क्या करना है और कैसे सम्पर्क करे ?
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) February 25, 2021
ये नंबर है पालनी के पड़ोसी का pic.twitter.com/8Q0DmS3Hit
— ANNU CHANDRA, RAIPUR CG INDIA (@ANNUCHANDR4) February 25, 2021
पालिनी की मां को मिलता है विधवा पेंशन
दोनों कभी सब्जी तो कभी बूटझंगरी बेच कर अपना पेट भर रही हैं. खेलने कूदने की उम्र में पालिनी कुमारी हाड़-तोड़ मेहनत कर रही हैं. सुबह स्कूल जाने से पहले वह सब्जी बेचती थी और स्कूल से आने के बाद भी सब्जी बेचती थी. वर्तमान समय में पालिनी और उसकी मां नगर भवन के सामने मुख्य पथ पर बैठकर बूटझंगरी बेच रही हैं. सरकारी सुविधा के नाम पर पालिनी की मां को विधवा पेंशन मिलता है. लेकिन ना तो उसके पास लाल कार्ड है और ना ही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ.
.@dc_simdega कृपया बेटी पालनी के परिवार को सरकार योजनाओं द्वारा मदद प्रदान करें एवं पालनी की उत्तम शिक्षा का प्रबंध कर सूचना दें। https://t.co/iNsoXwbglA
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) February 25, 2021
Noted Sir.
Sir, all possible support will be provided to the child and the family.— DC SIMDEGA (@dc_simdega) February 25, 2021