देश ने कैशलेस मुहिम की तरफ एक और कदम बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को अहमदाबाद में ‘वन नेशन वन कार्ड’ को लॉन्च किया। देशवासी इस कार्ड का इस्तेमाल सार्वजनिक परिवाहन में आसानी से कर सकेंगे। साथ ही इस कार्ड से किसी भी सार्वजनिक सर्विस का भुगतान किया जा सकता है। यह कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड यानी NCMC कंप्लायंट है जिसे रुपये कार्ड पेमेंट स्कीम यानी की नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के तहत लॉन्च किया गया है। गौर तलब है कि इस कार्ड को देश में ही स्वदेशी तकनीक से बनाया गया है।
PM Modi at a rally in Ahmedabad: After many attempts, One Nation-One Card will become a reality. You will be able to withdraw money, will be able to shop and travel in a metro or use other means of transportation, using a common mobility card. #Gujarat pic.twitter.com/tTxAf5Eogj
— ANI (@ANI) March 4, 2019
‘वन नेशन वन कार्ड’ का इस्तेमाल देशभर में मेट्रो सेवाओं और टोल टैक्स समेत कई तरह के परिवहन शुल्क का भुगतान करने में किया जा सकेगा। अलग-अलग परिवहन सेवाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले ‘वन नेशन वन कार्ड’ कहे जा रहे इस कार्ड से धारक अपनी बस का किराया, टोल टैक्स, पार्किंग शुल्क, रिटेल खरीददारी कर सकेंगे और यहां तक कि पैसा भी निकाल सकेंगे। अहमदाबाद मेट्रो ट्रेन सेवा के पहले चरण के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को इस कार्ड का भी शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ‘वन नेशन वन कार्ड रुपे कार्ड से चलता है और इससे आपकी यात्रा संबंधी सभी दिक्कतें खत्म हो जाएगी। कई बार हमारे पास मेट्रो, बस या ट्रेन या टोल और पार्किंग शुल्क देने के लिए नकद में भुगतान करने के लिए खुल्ले रुपये नहीं होते । इस मुद्दे से निपटने के लिए एक स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली लायी गई।’
कार्ड की विशेषता के बारे में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘पहले यह प्रणाली अलग-अलग लोगों ने बनाई थी तो एक शहर में जारी कार्ड दूसरे शहर में काम नहीं करता था। इसलिए हमने इस मुद्दे से निपटने के लिए कई मंत्रालयों, विभागों और बैंकों से कहा। अब ‘एक राष्ट्र एक कार्ड’ का हमारा सपना साकार हो गया। लोग इस कॉमन मोबिलिटी कार्ड से पैसे भी निकाल सकते हैं।’ रुपे कार्ड का इस्तेमाल देश के किसी भी हिस्से में सफर के दौरान किया जा सकेगा। इस स्वदेश निर्मित और अपनी तरह के पहले कार्ड से देश को विदेशी तकनीक पर निर्भर रहने की जरुरत नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, अब हमारे पास मेड इन इंडिया कार्ड है। चुनिंदा देशों में ‘एक राष्ट्र एक कार्ड’ की तकनीक है।
Input : News24