71वें गणतंत्र दिवस से पहले शनिवार को पद्म पुरस्कारों का भी ऐलान हुआ, जिसमें राजस्थान के भजन गायक रमजान खान उर्फ मुन्ना मास्टर को पद्मश्री से नवाजा गया है. वह प्रोफेसर फिरोज खान के पिता हैं, जिनका पिछले दिनों बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के संस्कृत निकाय में नियुक्ति को लेकर काफी बवाल मचा था. मुन्ना मास्टर जयपुर के रहने वाले हैं. वे भगवान श्रीकृष्ण और गाय पर भक्ति गीत के लिए मशहूर हैं.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया, जिसमें पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस समेत 7 हस्तियों को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है. इसके अलावा मनोहर पर्रिकर और पीवी सिंधु समेत 16 हस्तियों को पद्म भूषण से नवाजा गया है. इसके अलावा 118 हस्तियों को पद्म श्री देने का ऐलान किया गया है, जिसमें मुन्ना मास्टर का भी नाम है. 61 साल के मुन्ना मास्टर जयपुर के बगरू के रहने वाले हैं. उन्होंने श्री श्याम सुरभि वंदना नाम से किताब भी लिखी है. वह संस्कृत का भी अच्छा ज्ञान रखते हैं.
Munna Master, a Bhajan singer, is an epitome of India's syncretic ethos.
Mohammed Sharif is a bicycle mechanic, who has performed last rites of 25000+ unclaimed bodies over last 25 years.
Radha Mohan & Sabarmatee have transformed 36 hectares of degraded land into a food forest. pic.twitter.com/wua5Kf6MEn
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) January 25, 2020
फिरोज की नियुक्ति पर हुआ था बवाल
मुन्ना मास्टर के बेटे फिरोज का बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर इंटरव्यू पांच नवंबर को हुआ था, जिसके बाद उनकी पद पर नियुक्ति की गई थी, इसके बाद छात्रों ने उनकी नियुक्ति का विरोध करना शुरू कर दिया और 7 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे. यह विरोध-प्रदर्शन करीब एक महीना चला था.
छात्रों का कहना था कि एक गैर-हिंदू शिक्षक संस्कृत संकाय में धार्मिक अनुष्ठान नहीं सिखा सकता. वह अन्य संस्कृत विभाग में भाषा तो पढ़ा सकता है, लेकिन धार्मिक अनुष्ठान नहीं सिखा सकता. इसके बाद फिरोज खान ने पद से इस्तीफा दे दिया और संस्कृत विभाग के कला संकाय में जॉइन कर लिया.
इन्हें मिला पद्म विभूषण
जॉर्ज फर्नांडिस (मरणोपरांत), अरुण जेटली (मरणोपरांत), सर अनिरुद्ध जुगनाथ, एमसी मैरी कॉम, छन्नूलाल मिश्रा, सुषमा स्वराज (मरणोपरांत), पेजावरा मठ के महंत श्री विश्वेशा (मरणोपरांत).
पद्म भूषण से नवाजी गईं ये हस्तियां
मुमताज अली, सैयद मुआजेम अली (मरणोपरांत), मुजफ्फर हुसैन बेग, अजय चक्रवर्ती, मनोज दास, बालकृष्ण दोषी, कृष्णाम्मल जगन्नाथन, एससी जमिर, अनिल प्रकाश दोषी, सेरिंग नंडोल, आनंद महिंद्रा, नीलकंठ रामकृष्ण माधव मेनन (मरणोपरांत), मनोहर पर्रिकर, प्रो जगदीश सेठ, पीवी सिंधु, वेणु श्रीनिवासन
इन हस्तियों को मिलेगा पद्मश्री
118 हस्तियों को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा, जिनमें लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा, सामाजिक कार्यकर्ता जावेद अहमद टेक, सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण मुनडयूर, सामाजिक कार्यकर्ता एस रामकृष्ण, सामाजिक कार्यकर्ता योगी एरोन, कंगना रनौत, एकता कपूर, अदनान सामी और करण जौहर को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. वहीं, 1984 भोपाल गैस त्रासदी के कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार को भी मरणोपरांत इस सम्मान से नवाजा जाएगा.
Input : Aaj Tak