हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के सुर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के प्रति नरम होते दिख रहे हैं। एनडीए में आते ही रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान पर हमला करने वाले मांझी ने बुधवार को नरमी दिखाई है। मांझी ने कहा कि मैं सदैव मानता रहा हूं कि रामविलास पासवान दलितों के बड़े नेता हैं। ये जरूर कहूंगा कि उनसे कुछ गलतियां हुई हैं, जिसे मैंने इंगित किया है।
मांझी ने कहा कि अनुसूचित जाति एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट से जब फैसला आया था तब हम लोग रोड पर बैठे तब रामविलास जी ने कुछ बोल दिया था, जिसकी हमने निंदा की थी। जिस तरह से गैर दलितों को आरक्षण को संविधान की नौंवी सूची में डाला गया उसी प्रकार SC/ST एक्ट को भी संविधान की नौंवी सूची में डलवाने में रामविला पासवान को कोशिश करनी चाहिए। वह इस वक्त इस हैसियत में हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। इसका कतई मतलब नहीं है मैं उनको बड़ा नेता नहीं मानता।
मांझी ने कहा कि जहां तक चिराग की बात है तो वह हम लोगों के बच्चे हैं। हम लोगों को पारिवारिक संबंध है। राजनीतिक मतभेद हो सकता है, जो समय-समय पर सुलझाया भी जाता रहा है। इसलिए कहीं कोई बड़ी बात नहीं है। इतना ही नहीं, जीतन राम मांझी ने पार्टी के पोस्टर में राम विलास पासवान की तस्वीर भी लगाई है।
इससे पहले एनडीए में आते ही जीतन राम मांझी ने राम विलास पासवान और चिराग पासवान को निशाने पर लिया था। मांझी ने कहा था कि अगर चिराग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आक्रमण करेंगे तो उन्हें इससे पहले मांझी का सामना करना होगा।