आ रहे ख़बर के अनुसार अपने मुजफ्फरपुर के कुछ चिकित्सक कोरोना संक्रमण से गुज़र रहें हैं। विगत चार दिनों से जब से चिकित्सकों के कोरोना संक्रमित होने के चर्चा का बाज़ार गर्म हुआ है ज़िला वासियों के बीच उन चिकित्सकों के नाम जाननें कि बेवजह उत्सुकता तेज हो गई है।पुष्ट जानकारी नहीं मिलने और समय बीतने के साथ अफ़वाह के आधार पर पहले 4-5 चिकित्सकों का और अब कल से 12-14 चिकित्सकों का नाम वाट्सएप फारवार्ड में फैलाया जा रहा है जिससे कि हर चौक चौराहे पर भय का माहौल बनता जा रहा है। हमारे पेज के इनबाक्स में,वाट्सएप ग्रूप में,अन्य सोशल मीडिया प्लैटफार्म पर हर वक्त सवाल पुछ उन चिकित्सकों का नाम जाननें के लिए लोग व्याकुल हैं।आपका मुजफ्फरपुर नाउ एक जिम्मेदार मिडिया हाउस है ऐसी जानकारी हमारे द्वारा सार्वजनिक नहीं कि जाएगी।
चिकित्सक हैं जिम्मेदार कोरोना वारियर उनका करें सम्मान
हमें हमेशा स्वस्थ रखने वाले ज़िले के धरती पर मौजूद भगवानों के लिए किसी एक भी फेसबुक पोस्ट या वाट्सएप फारवार्ड में जल्दी स्वस्थ होने कि कामना किसी ने नहीं कि है लेकिन उन चार-पाँच संक्रमित चिकित्सकों के पहचान के पीछे सभी पड़े हुए हैं। जो सम्मानित चिकित्सक कोरोना संक्रमण से गुजर रहें हैं वो कोरोना संक्रमण के भय के बीच मरीजों का जिम्मेदारी से इलाज़ करते करते ही संक्रमित हुए हैं। अपनी और अपने परिवार के सदस्यों के भलाई को तरजीह ना देके वो आपके परिजनों के स्वास्थ्य को तरजीह देकर संक्रमित हुए हैं। वैसे भी चिकित्सक इतने जिम्मेदार तो हैं कि संक्रमित होते हुए वो कभी भी मरीज़ नहीं देखेंगे या उनके लिए ज़ारी गाइडलाइन के तहत हीं काम करेंगे इसलिए उनके जीवन कि निज़ता का सम्मान करना हम सब का दायित्व है।
क्यों नहीं किया जा सकता है नाम सार्वजनिक?
कोरोना संक्रमण के शुरुआत के दिनों से ही सरकार कि ओर से साफ साफ शब्दों में निर्देश जारी कर दिया गया था कि संक्रमित मरीज़ कि पहचान सार्वजनिक नहीं कि जाएगी और ऐसा करने वालों पर क़ानून निर्गत करवाई होगी,और हूई भी है। हर नागरिक के जीवन कि निज़ता का सम्मान करना हर दूसरे नागरिक का कर्तव्य है,इसको ध्यान में रख कर चल रहे वाट्सएप फारवार्ड जिसमें कुछ चिकित्सकों के नाम सार्वजनिक करके भय का माहौल खड़ा किया जा रहा है,उसका हिस्सा अगर आप बन चूके हैं तो रुक जाएं नहीं बनें हैं तो अपनी नाम जाननें कि उत्सुकता को विराम दे।अपुष्ट सूत्रों के खबर को प्राथमिकता नहीं दें।
सरकार कि ओर से कभी की भी नाम पहचान सार्वजनिक नहीं कि जाएगी इसलिए अफवाह का हिस्सा बन के डर का माहौल खड़ा करने में अपना योगदान न दें। वाट्सएप फारवार्ड में आपके द्वारा फैलाया गया गलत जानकारी किसी के लिए जानलेवा हो सकता है क्योंकि सामान्य अन्य बीमारीयों अथवा परेशानीयों से गुज़र रहें मरीज़ उन चिकित्सकों के पास भी कोरोना संक्रमण के भय से इलाज़ कराने भी नहीं जा पाएंगे जिनमें कोरोना संक्रमण तो नहीं है लेकिन आपके द्वारा वाट्सएप फारवार्ड कि लिस्ट में आप सब ने उन्हें डालते हुए संक्रमित बता कर अफ़वाह का हिस्सा बना दिया है।