लोकसभा चुनाव में भाजपा ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) को घेरने के लिए जाल बिछाना शुरु कर दिया है। आजमगढ़ से चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) के सामने भोजपुरी फिल्म एक्टर दिनेशलाल यादव निरहुआ को प्रत्याशी बनाया है। इसी कड़ी में दिनेशलाल यादव भी अपने ट्विवटर पर चौकीदार बन गए हैं।
एक हफ्ते पहले ट्विटर पर एंट्री करने वाले निरहुआ ने अपने नाम के आगे बुधवार को चौकीदार नाम लिख लिया है। निरहुआ ने एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव को बड़ा भाई बताते हुए उन्होंने सलाह दी कि वह सैफई संभालें, हम आजमगढ़ संभालेंगे।
टिकट मिलने की घोषणा होने के बाद निरहुआ ने बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं और क्षेत्रवासियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए नरेंद्र मोदी को फिर पीएम बनाने के लिए पूर्ण मनोभाव से जुट जाने की अपील भी की। उन्होंने कहा ने कहा कि आपका ये चौकीदार देश की सेवा में छोटा सा भागीदार हैं। हम आजमगढ़ लोकसभा की चौकीदारी करने को तैयार हैं। निरहुआ आज चुनाव में जुटने के लिए आजमगढ़ पहुंच रहे हैं।
निरहुआ को अखिलेश यादव दे चुके हैं यशभारती पुरस्कार
एसपी अध्यक्ष के खिलाफ चुनावी अखाड़े में कैसे टिक पाएंगे? इस सवाल पर निरहुआ ने कहा कि साइकिल के चिन्ह पर रिक्शा भारी पड़ेगा। गौरतलब है निरहुआ की भोजपुरी फिल्म ‘निरहुआ रिक्शावाला’ यूपी-बिहार के साथ पश्चिम बंगाल में काफी हिट रही थी।
उन्होंने कहा कि आजमगढ़ की धरती पर पहले फिल्म बनाई, इस यहां की जनता का जो प्यार मिला वह दिल में आखिरी सांस तक जिंदा रहेगा। आजमगढ़ में मेरे सबसे ज्यादा सहयोगी है, जिसके कारण सबसे ज्यादा फिल्में यहीं बनाईं। यहां की जनता ने कलाकारी के दौरान जो प्यार दिया, उसके चलते ही अखिलेश यादव सरकार ने यशभारती पुरस्कार दिया।
निरहुआ बोले हर यादव नहीं है अखिलेश भक्त
सीएम रहते अखिलेश यादव ने निरहुआ को यशभारती पुरस्कार दिया है। अब उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने में हिचक नहीं है? इस पर निरहुआ ने कहा कि राजनीति में विचारों की लड़ाई है। आज जो नरेंद्र मोदी के खिलाफ हैं, मैं उनके खिलाफ हूं। पूरा देश नरेंद्र मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाना चाह रहा है पर कुछ नेता पाकिस्तान के सुर में सुर मिला रहे हैं।
निरहुआ ने कहा कि प्रत्येक यादव का मानना है कि आज वे ‘अखिलेश भक्त’ नहीं हैं क्योंकि वे यादव हैं, वे ‘देश भक्त’ हैं। हमारे अपने विचार हैं, हम जानते हैं कि क्या देश के लिए उचित है। हमें जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर चलना होगा, लोग इस भावना को समझ रहे हैं।
Input : News24