महापौर सुरेश कुमार शुक्रवार से निगम कार्यालय नहीं आए. वह अपने आवासीय कार्यालय से काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि उनको अपनी जान का खतरा है क्योंकि कार्यालय कक्ष की छत जर्जर है. वह कभी गिर सकती हैं.
मेयर ने बताया कि निर्देशों के बाद भी कक्ष की मरम्मत नहीं की जा रही है. पिछले दिनों नगर निगम सभागार की छत गिर गई थी. जिसमे बाल-बाल बच गए थे. उनका कार्यालय कक्ष भी जर्जर है, कभी भी गिर सकता है. ऐसे में जान जोखिम में डाल कर वहां कैसे बैठ सकते हैं ?
इसलिए वह शुक्रवार को निगम कार्यालय नहीं आए. उन्होंने दुख जताया कि कई बार कहने पर भी ध्यान नहीं दिया गया.
महापौर ने कहा कि निगम के कई अंचल कार्यालय, पंप हाउस का भवन भी जर्जर है. उनकी मरम्मत को भी कहा था, लेकिन वहां भी काम नहीं किया गया.
Input : Abhishek (LiveCities)