बेटी डीएसपी और पिता उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) पद पर एक ही थाने में काम कर रहे हैं। पिता की आमद के बाद बेटी पिता से पुलिसिया गुर सीख रही है, तो पिता भी पूरे जज्बे के साथ काम में जुटे हैं। क्षेत्र में विवादों को निपटाने के साथ ही कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जंग भी साथ-साथ लड़ रहे हैं। मध्य प्रदेश के सीधी जिले के मझौली थाना में शाबेरा अंसारी प्रशिक्षु डीएसपी हैं। जनता कर्फ्यू के दौरान पिता सीधी आए हुए थे। जहां वह अपनी बेटी के पास थे।
बेटी सीधी में प्रशिक्षु डीएसपी पद पर नियुक्त
पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद पुलिस अधीक्षक आरएस बेलवंशी के निर्देश पर पिता अशरफ अली अंसारी को मझौली थाने में आमद देनी पड़ी। अशरफ अली इंदौर के लसूडि़या थाने में उप निरीक्षक पद पर हैं। वर्ष 2013 में सब इंस्पेक्टर और 2016 में डीएसपी शाबेरा अंसारी वर्ष 2013 में सब इंस्पेक्टर पद पर चयनित हुई। वर्ष 2016 में पीएससी परीक्षा पास कर 2018 में डीएसपी नियुक्त हुई। 9 दिसंबर 2019 से वह सीधी में प्रशिक्षु डीएसपी पद पर काम कर रही हैं।
डीएसपी बेटी को सब इंस्पेक्टर पिता सिखाते हैं कानून की जानकारी
बेटी और स्टाफ की देख रहे डायरी सीनियर सब इंस्पेक्टर होने के कारण अशरफ अली को कानून का अच्छा ज्ञान है। ऐसे में डीएसपी बेटी पिता को अपनी डायरी दिखाती हैं। अशरफ अली ने अपने नौकरी के तर्जुबे को साझा करते हुए बेटी और स्टाफ के लोगों को बताया कि कानून की जानकारी के लिए पहले तो किताब पढ़ना जरूरी है।
जानकारी लेने में कभी भी छोटा और बड़ा देखना नहीं चाहिए
इसके साथ ही अपने सीनियर चाहे वह सिपाही ही क्यों न हो यदि उसे कानून की जानकारी है तो उससे पूछना चाहिए तभी हम सही न्याय देने में सफल होंगे। जानकारी लेने में कभी भी किसी को छोटा और बड़ा देखना नहीं चाहिए।
कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन बेटी के साथ काम करना पड़ेगा
अशरफ अली ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह बेटी के साथ काम कर पाएंगे। यह संयोग है कि हम एक साथ काम कर रहे हैं। यह हमेशा यादगार रहेगा। मैं काफी खुश हूं। उन्होंने अपने स्टाफ के लोगों को भी फोन पर बेटी के सानिध्य में काम करने की बात भी कही है।
डीएसपी बेटी ने कहा- एसआई पिता से बहुत कुछ सीखने को मिला
शाबेरा अंसारी ने कहा कि पिता के साथ काम करने पर यह सीखने को मिला कि हमेशा शांत होकर देश और समाज का काम करना चाहिए। पिताजी के साथ काम करने के दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने को भी मिला है।
Input : Dainik Jagran