भारत और चीन के बीच इन दिनों वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव का माहौल है. कहा जा रहा है कि पिछले चार महीने से दोनों देशों की सेना आमने-सामने खड़ी है. इस दौरान दो बार दोनों सेनाओं के बीच झड़प भी हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद इंसानियत अपनी जगह है. संस्कृत की एक प्रख्यात कहावत है अतिथि देवो भव:, यानी भारतीय समाज में कोई भी मेहमान भगवान की तरह होते हैं. लिहाजा चीन से दुश्मनी के बावजूद भारतीय सेना (Indian Army) जरूरत पड़ने पर चीन के नागरिक (  Chinese citizens) की मदद करने से भी पीछे नहीं हटते हैं. ऐसे ही एक वाक्या उत्तर सिक्कम में हुआ. यहां खराब मौसम के बीच 3 चीनी नागरिक रास्ता भटक गए थे. ऐसे में भारतीय सेना ने इन्हें इस मुश्किल घड़ी में बचाया. इनका इलाज किया और फिर वापस चीन की तरफ भेज दिया.

तीन नागरिकों की बचाई जान
सेना के मुताबिक चीन के तीन नागरिक नॉर्थ सिक्किम के प्लाटू इलाके में 3 सितंबर को रास्ता भटक गए थे. ये इलाका सब ज़ीरो तापमान में 17500 फ़ीट की ऊंचाई पर है. जानकारी के मुताबिक, यहां एक महिला और दो पुरुष बर्फ के बीच रास्ता भटक गए थे. इन्हें ऐसे हालात में देख तुरंत कार्रवाई करते हुए सेना के जवानों ने बचाया. भारतीय सेना ने चीनी नागरिकों को खाना, पानी, ऑक्सिजन, गर्म कपड़े और दवाइयां दीं. बाद में सेना ने उन चीनी नागरिकों को सही रास्ता दिखाकर उनके गंतव्य तक जाने में मदद की. सेना की तरफ से ट्वीट करते हुए लिखा गया- मानवता सर्वोपरि.

चीन की हरकत

भारत हमेशा मदद के लिए तैयार रहता है, लेकिन दूसरी तरफ चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. शुक्रवार को ही खबर आई कि चीन के सैनिकों (PLA) ने अरुणाचल प्रदेश के 5 लोगों को अगवा कर लिया. जिन पांच लोगों को अगवा किया गया है, वो टागीन समुदाय के हैं. कहा जा रहा है कि ये सारे लोग पास के जंगल में शिकार के लिए गए थे. बता दें कि भारत और चीन के बीच 3488 किलोमीटर की सीमा है जिसकी शुरुआत उत्तर पूर्व में अरुणाचल प्रदेश से होती है.

Source : News18

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