उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें उड़ाई जा रही है। इसके अलावा कुछ इंटरनेशनल मीडिया में तानाशाह की तबीयत को लेकर भी खबरें छापी गई हैं। इन खबरों में उनके हेल्थ से जुड़ी कई तरह की बातें छापी गई हैं। तो चलिए जानते हैं कि किम को लेकर आधिकारिक रूप से हमें क्या-क्या पता है।
किम जोंग से जुड़ी अलग-अलग बातें
उत्तर कोरिया के तानाशाह के बारे में चीन समर्थित एक पत्रकार और जापान की मीडिया ने अलग-अलग बातें कही हैं। दरअसल, किम जोंग को 11 अप्रैल के बाद से ही किसी सावर्जनिक कार्यक्रम में नहीं देखा गया, जिसके बाद से उनके स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की बातें कही जा रही हैं।
दादा की बर्थ एनिवर्सरी पर भी शामिल नहीं हुए किम
इसके अलावा किम जोंग 15 अप्रैल को अपने दादा की बर्थ एनिवर्सरी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे। जबकि देश में नॉर्थ कोरिया के जनक किम Il संग की बर्थ एनिवर्सरी को बड़े स्तर पर मनाया जाता है। इतना ही नहीं इस दिन देश में छुट्टी भी दी जाती है।
सरकार ने हेल्थ से जुड़ी खबरों को किया खारिज
हालांकि अब तक किम को लेकर उत्तर कोरिया की सरकार की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। लेकिन उत्तर कोरिया की सरकार ने तानाशाह की खराब हालत को लेकर आ रही रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है।
किम से जुड़ी खबरों पर नजर बनाए हुए है अमेरिका
वहीं इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किंम जोंग से जुड़ी खबरों को लेकर कहा था कि अमेरिका के पास इस बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है। इससे पहले अमेरिकी मीडिया में देश के अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि किम से जुड़ी खबरों पर देश नजर बनाए हुए है।
एक रिपोर्ट में कहा गया था कि सर्जरी के बाद तानाशाह किम जोंग की गंभीर स्थिति से संबंधित खुफिया खबरों पर अमेरिका नजर बनाए हुए है। रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया था।
चीन ने डॉक्टरों की एक टीम को उत्तर कोरिया भेजा
वहीं एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, शुक्रवार को एक रिपोर्ट में बताया कि चीन ने डॉक्टरों की एक टीम को उत्तर कोरिया भेजा है। ये टीम किम जोंग उन को सलाह देने के लिए गई है। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मेडिकल टीम के भेजे जाने की खबर के बाद भी किम की तबीयत को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है।
प्रेस को सरकार से जुड़ी खबर छापने की आजादी नहीं
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया में प्रेस को सरकार से जुड़ी खबर छापने की आजादी नहीं है। वहां पर सरकार से जुड़ी खबरों को बेहद गोपनीय रखा जाता है। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया इस पूरे मामले पर फिलचाल चुपी साधे हुए है।
Input : News Track