जिले में शुक्रवार को मौसम का मिजाज लगातार बदलता रहा। पूरे दिन धूप-छांव का खेल चलता रहा। आसमान में हल्के बादल छाए रहे। वहीं तेज हवाएं बहती रहीं। तापमान में 1.5 डिग्री की हल्की गिरावट से गर्मी से राहत मिली। लेकिन, उमस से लोग परेशान रहे। अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.3 डिग्री कम है। जबकि न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से 3.2 डिग्री कम है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के अनुसार, पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 36.0 एवं 22.6 डिग्री सेल्सियस रहा। औसत सापेक्ष आर्द्रता 85 फीसद सुबह में एवं दोपहर में 50 फीसद रहा।
दो दिनों में मानसून करेगा प्रवेश : अगले 48 घटे में मानसून के बिहार में प्रवेश करने का अनुमान है। 13 जून को पूíणया के बाद मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के जिलों में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से अगले 24 घटे में हल्की से मध्यम और कुछ जगह पर भारी बारिश हो सकती है। कई जगह प्री मानसून बारिश हो सकती है। 13 से 17 जून तक के मौसम पूर्वानुमान में कहा गया कि मानसून के आगमन की संभावना के कारण वर्षा की संभावना में वृद्धि होगी। मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए सत्तार ने बताया कि इस अवधि में अधिकतम 30-33 एवं न्यूनतम तापमान 23-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। इस दौरान औसतन 10-14 किमी प्रति घटा की रफ्तार से पूरवा हवा चलेगी।
किसानों के लिए सुझाव
– इस मौसम में मध्यम अवधि के धान के किस्मों को बीजस्थली में गिराने का काम करें। इसके लिए संतोष, सीता, सरोज, राजश्री, प्रभात, राजेंद्र सुवासनी, राजेंद्र कस्तुरी, राजेंद्र भगवती, कामिनी व सुगंधा किस्में अनुशसित है। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में रोपाई के लिए 800 से 1000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बीज गिराएं।
– गन्ना फसल में अभी गलित शिखा रोग के प्रकोप की संभावना है। इस रोग से आक्रात पौधे के शीर्ष भाग की पत्तियां घूमावदार तथा टूटकर नीचे झुक जाती है। इस रोग का लक्षण दिखाई देने पर कार्बाडाजीन का 0.1 फीसद दवा एक लीटर पानी में घोलकर 15 दिनों के अंतराल पर तीन बार छिड़काव करने से रोग वृद्धि में कमी होती है।