पटना से बड़ी खबर सामने आ रही है. लालू परिवार का घरेलू विवाद खुल कर सामने आ गया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव बगावत पर उतर आए हैं. आज यानि सोमवार को एक निजी चैनल के साथ बातचीत में तेजप्रताप ने राजद से अलग ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ बनाने का एलान कर दिया है.
इसके साथ ही सारण सीट को लेकर भी तेजप्रताप की नाराजगी सामने आई है. तेजप्रताप ने कहा कि सारण की सीट आरजेडी की पुश्तैनी सीट है. जहां से किसी बाहरी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए. बता दें कि आरजेडी ने इस सीट से तेजप्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय को उम्मीदवार बनाया है. तेजप्रताप यादव ने कहा कि वे चाहते हैं कि सारण सीट से उनकी मां खुद चुनाव लड़े. इसको लेकर वे अपनी मां से कई बार विनती कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि शिवानंद तिवारी ने पिता को जेल भिजवाया. उस समय वह मदद की भूमिका में क्यों नहीं थे? पार्टी के सीनियर नेता मदद के समय सामने नहीं आते, सिर्फ राय देते हैं.
बातचीत के दौरान तेजप्रताप यादव अपने भाई का बचाव करते भी नजर आए. उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से अपने माता-पिता और भाई के साथ हैं. तेजप्रताप ने कहा कि लालू यादव हमारे हीरो हैं. पार्टी के लिए जो लोग मेहनत करेगा उसे आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘आज आरजेडी में मेरी कोई सुनने को तैयार नहीं है. बचपन में तो मैं तेजस्वी को थप्पड़ भी मार देता था, लेकिन अब हालात दूसरे हैं. अब तेजस्वी कोई बच्चा है कि जो उसे मैं समझाऊं? ऐसे में मेरे पास अलग मोर्चा बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था. मेरा मोर्चा नौजवानों की आवाज बनेगा.’