देशभर में कोरोना वायरस (Covid-19 India) से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में आवाजाही पर बंदिशों के साथ विभिन्न शहरों में लोगों के लिए मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है और संक्रमण रोकने के उपायों के तहत निगरानी बढ़ा दी गयी है. इस बीच, देश में संक्रमित लोगों की संख्या 6,600 से अधिक हो चुकी है और कम से कम 227 लोग दम तोड़ चुके हैं.
केंद्र ने भी आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और दवाओं की खरीद तथा निगरानी गतिविधियों को मजबूत करने में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की मदद के लिए 15,000 करोड़ रुपये के ‘कोविड-19 आपात प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली तैयारी पैकेज’ को मंजूरी दी है. ओडिशा देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है और 17 जून तक स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है.
वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को दोहराया कि देश में कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण का अब तक कोई मामला नहीं है. साथ ही लोगों से अनुरोध किया कि वे लॉकडाउन के नियमों का पालन करें तथा आपसी मेलजोल से दूरी बनाए रखें.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईसीएमआर के एक अध्ययन संबंधी सवाल के जवाब में यह बात कही.
दरअसल, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार गंभीर श्वास संक्रमण (एसएआरआई) से पीड़ित कोरोना वायरस संक्रमित कुल 104 मरीजों में से 40 मरीज ऐसे पाए गए जिन्होंने न विदेश यात्रा की थी और न ही वे किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए थे.
इसके साथ ही विश्व में कोरोना वायरस से मरनेवालों की संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर गई है जिनमें से लगभग 70 प्रतिशत मौत यूरोप में हुई हैं.
आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर एएफपी द्वारा तैयार की गई सूची के अनुसार विश्व में घातक कोरोना वायरस 1,00,661 लोगों की जान ले चुका है जिनमें से 70,245 लोगों की मौत यूरोप में हुई है.