भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने एक नई सर्विस शुरू की है. इसके तहत रेलवे ने तेलंगाना राज्य के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर (Secunderabad Railway station) पहली बार हवा से पानी (Water from Air) बनाने वाली मशीन लगाई है. रेलवे इस पानी के लिए 5 रुपये प्रति लीटर वसूल रहा है. आपको बता दें कि रेलवे ने पानी बचाने की मुहिम के तहत ये कदम उठाया है.
भारतीय रेलवे द्वारा पहली बार रिमिनरलाइजर के साथ मेघदूत ऑटमोसफेरिक वाटर जेनरेटर (Meghdoot Atmospheric Water Generator) लगाया गया है. हवा से पानी निकालने की मेघदूत नाम की तकनीक को मैत्री एक्वाटेक ने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत विकसित की गई है.
हर मौसम में मिलेगा पानी-हवा से पानी निकालने की नई टेक्नोलॉजी पूरी तरह से भारत में विकसित की गई है. मेघदूत नाम की टेक्नोलॉजी को मैत्री एक्वाटेक (Maithri Aquatech) ने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत विकसित किया है. यह मशीन हर मौसम में काम करती है. इससे पानी की बर्बादी भी नहीं होती है.
कैसे काम करती हैं ये टेक्नोलॉजी- सबसे पहले हवा मशीन से गुजरती है. यह उसमें मौजूद डस्ट पार्टिकल प्रदूषक तत्वों को सोख लेती है.
(I) फिर मशीन से छनकर निकलने वाली हवा कूलिंग चैंबर में जाती है, जहां इसे ठंडा किया जाता है. यही कंडेस्ड एयर पानी की बूंद में बदलती हैं. फिर बूंद-बूंद जमा होती हैं.
(II) जमा हुआ पानी भी फिल्टर होता है. इससे पानी में मौजूद दूसरे प्रदूषक तत्व हट जाते हैं और पानी शुद्ध हो जाता है.
(III) इस पानी को भी अल्ट्रा वॉयलेट किरणों वाले सिस्टम से गुजारा जाता है. इसके बाद पानी पीने योग्य बनता है.5 रुपये में खरीदें एक लीटर पानी- जल शक्ति मंत्रालय की ओर से इस तकनीक को सेहत के अनुकूल और सुरक्षित घोषित करने के बाद दक्षिण मध्य रेलवे ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर कियोस्क लगाया है.
मेघदूत वाटर मशीन से यात्री सिर्फ 5 रुपये में एक लीटर पानी रिफिल कर सकते हैं. हालांकि बोतल के साथ पानी की कीमत 8 रुपये है. इसका ऑटोमैटिक वॉटर जनरेटर रोजाना 1000 लीटर पानी बनाता है.
Input : News18