क्वालालंपुर: पैसों के लिए हर जगह हाथ फैलाते और कर्ज के लिए नये नये दोस्त बनाते पाकिस्तान(Pakistan) की बार बार इंटरनेशनल बेइज्जति होती रहती है। लेकिन, लगता है अब पाकिस्तान सरकार को इन बेइज्जतियों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। इस बार पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसके ही ‘दोस्त’ मलेशिया(Malaysia) ने भयंकर बेइज्जति कर उसकी जगहंसाई कर दी है। पाकिस्तानी इंटरनेशनल फ्लाइट (PIA) बोइंग 777 को उधार ना चुकाने की वजह से मलेशिया के क्वालालंपुर एयरपोर्ट पर ना सिर्फ जब्त कर लिया गया, बल्कि फ्लाइट से पायलट और यात्रियों को भी उतार दिया गया है। पाकिस्तान ने अपनी अंतर्राष्ट्रीय जगत में हुई इस बेइज्जति को ट्विटर के जरिए कनफर्म भी किया है।
पाकिस्तानी प्लेन जब्त, दुनिया में जगहंसाई
मलेशिया को अपना जिगरी दोस्त बताने वाले पाकिस्तान की सरकारी विमानन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस(PIA) के बोइंग 777 को मलेशिया के क्वालालंपुर में जब्त कर लिया गया। फिर अधिकारियों ने विमान से पायलट समेत सभी यात्रियों को उतारते हुए तब तक विमान नहीं छोड़ने की बात कही, जब तक पाकिस्तान पैसे नहीं देता है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, जिस विमान को जब्त किया गया है, उसे भी पाकिस्तान सरकार ने लीज़ पर लिया था। दरअसल, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के पास 12 बोइंग 777 विमान हैं, जिसे उसने अलग अलग कंपनियों से लीज पर लिया है। और लीज की रकम नहीं चुकाने की वजह से ही मलेशिया में पाकिस्तानी एयरलाइंस को जब्त किया गया है।
PM इमरान खान को प्लेन से उतार चुका है सऊदी अरब
ये कोई पहली दफा नहीं है, जब पाकिस्तान की इंटरनेशनल स्तर पर फजीहत हुई हो। इससे पहले सऊदी अरब सरकार ने पाकिस्तान को दिए गये अपने कर्ज का 3 अरब डॉलर मांग लिए थे। सऊदी अरब के पैसे मांगते ही पाकिस्तानी हुकूमत के हाथ-पांव फूल गये और भागता पाकिस्तान चीन के पैरों में पैसों के लिए गिर गया था। फिर चीन से पैसे लेकर पाकिस्तान ने 3 अरब डॉलर लेकर उसने सऊदी अरब को पैसे लौटाए। पैसे नहीं चुकाने की वजह से ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को UN से लौटते वक्त सऊदी के क्राउन प्रिंस ने अपने प्लेन से उतार दिया था।
मलेशिया और तुर्की को पक्का दोस्त बताता है पाकिस्तान
पाकिस्तान पैसों के लिए नये नये दोस्त बनाता रहता है। इस वक्त पाकिस्तान तुर्की के बेहद नजदीक है, और वो मलेशिया को अपना जिगरी दोस्त बताता रहता है। इससे पहले सऊदी अरब को भी पाकिस्तान मुस्लिम मुल्क होने के नाते जिगरी यार बताता रहा है, लेकिन जब सऊदी अरब को लग गया कि पाकिस्तान सिर्फ पैसों के लिए ही उसके साथ है, तो उसने पाकिस्तान से पैसे मांग लिए। जिसके बाद अचानक पाकिस्तानी नेताओं ने सऊदी अरब को अपना दुश्मन बताना शुरू कर दिया। इस वक्त पाकिस्तान पैसे एंठने के लिए तुर्की की तारीफें के पुल बांधता रहता है और तुर्की ने आश्वासन दिया है, कि वो पाकिस्तान को आर्थिक मदद देगा।
Input: one india