शुक्रवार, 25 अक्टूबर को धनतेरस है। इस तिथि से पांच दिवसीय दीपोत्सव शुरू हो जाएगा। धनतेरस पर लक्ष्मी-कुबेर के साथ ही यमराज और भगवान धनवंतरि की भी पूजा करने की परंपरा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार जानिए धनतेरस पर कौन-कौन से शुभ काम करना चाहिए…

  • धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। सोना-चांदी धातुएं लक्ष्मी, कुबेर और धनवंतरि की प्रिय मानी गई हैं। जब धनवंतरि प्रकट हुए थे, तब उनके हाथ में अमृत कलश था। इसी वजह से धनतेरस पर कलश या अन्य नए बर्तन भी खरीदे जाते हैं। इस तिथि के संबंध में मान्यता है कि धनतेरस पर खरीदी गई चीजें 13 गुणा ज्यादा शुभ फल प्रदान करती हैं।
  • दीपावली से पहले महालक्ष्मी और कुबेरदेव की पूजा धनतेरस पर भी करनी चाहिए। इस दिन धनवंतरि की पूजा करने से आरोग्य की कामना से की जाती है। धन संबंधी कामनाओं के लिए लक्ष्मी-कुबेर का पूजन किया जाता है।
  • धनतेरस पर यमराज के लिए भी एक दीपक जलाने की परंपरा है। ये दीपक घर की दक्षिण दिशा में जलाया जाता है। दक्षिण दिशा के स्वामी यमराज ही माने गए हैं।
  • इस तिथि पर घर में अच्छी तरह साफ-सफाई करें और गौमूत्र का छिड़काव करना चाहिए। घर के बाहर सुंदर रंगोली बनाएं। रात में घर के बाहर दीपक जलाएं।
  • धनतेरस पर व्यापारियों को बहिखाता खरीदना चाहिए और उसकी पूजा करनी चाहिए। ये परंपरा पुराने समय से चली आ रही है।
  • इस तिथि पर सूर्यास्त के बाद तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए और परिक्रमा करनी चाहिए। ध्यान रखें रात में तुलसी को स्पर्श नहीं करना चाहिए।

 

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