13 नवंबर को धनतेरस(Dhanteras 2020) का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता यम की पूजा भी की जाती है. मान्यता है कि इस दिन यम देवता की पूजा करन से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है. इस दिन यम देवता के लिए दीपदान करने का खास महत्व होता है.
यमदेवता के लिये दीपदान
धनतेरस के दिन यमदेवता के नाम पर एक दीपक जलाने की परंपरा है. मृत्यु के देवता यम की दिशा दक्षिण मानी जाती है. इसके लिए धनतेरस के दिन शाम को दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके दीपक जलाया जाता है और इसे यम देवता को समर्पित किया जाता है. इसके बाद इस दीपक को घर की दहलीज पर रखा जाता है. ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय टल जाता है.
दीपदान का मुहूर्त
दीपदान के लिए इस साल धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त का समय 1 घंटा 20 मिनट का है. धनतेरस की शाम को 05 बजकर 34 मिनट से शाम 06 बजकर 54 मिनट तक यमराज के लिए दीपक जलाया जा सकता है.