राज्यसभा में कृषि से जुड़े बिलों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। नौबत यहां तक पहुंच गई कि कई सांसद उपसभापति हरिवंश के चेयर तक पहुंच गए और माइक तोड़ दिए। आठ सांसदों को उनके अमर्यादित आचरण के लिए राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने बचे हुए पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया। आज सुबह-सुबह हरिवंश संसद भवन परिसर में धरना दे रहे निलंबित सांसदों के लिए चाय लेकर पहुंचे।
#WATCH: Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh brings tea for the Rajya Sabha MPs who are protesting at Parliament premises against their suspension from the House. #Delhi pic.twitter.com/eF1I5pVbsw
— ANI (@ANI) September 22, 2020
आपको बता दें कि कल जब निलंबित सांसदों का प्रदर्शन जब सदन के अंदर खत्म नहीं हुआ तो राज्यसभा को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद सभी निलंबित सांसद संसद भवन परिसर के अंदर गांधी मूर्ति के समीप धरना पर बैठ गए। राज्यसभा में आज भी गतिरोध जारी रहने की संभावना है।
सदियों से बिहार की महान भूमि हमें लोकतंत्र के मूल्यों को सिखा रही है। उस अद्भुत लोकाचार के अनुरूप, आज सुबह बिहार के सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी के प्रेरणादायक आचरण हर लोकतंत्र प्रेमी को गौरवान्वित करेंगे। जिन्हें हरिवंश जी ने चाय परोसा उन लोगों ने संसद में उनपर हमला किया और उनका अपमान किया। उन लोगों को हरिवंश जी ने दिखाया कि वे कितने विनम्र मन और बड़े दिल वाले हैं। यह उनकी महानता को दर्शाता है। मैं हरिवंश जी को बधाई देता हूं।
To personally serve tea to those who attacked and insulted him a few days ago as well as those sitting on Dharna shows that Shri Harivansh Ji has been blessed with a humble mind and a big heart. It shows his greatness. I join the people of India in congratulating Harivansh Ji.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
राज्यसभा में कृषि बिल पेश किए जाने के दौरान हंगामा करने वाले आठ विपक्षी सांसदों को सोमवार को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके बाद निलंबित सदस्यों ने सदन से बाहर जाने से इनकार कर दिया और विरोध जताते रहे। इस कारण सदन का कामकाज बार-बार बाधित हुआ। बाद में सांसदों ने संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया।
निलंबित सांसदों में कांग्रेस के राजीव सातव, सैयद नजीर हुसैन और रिपुन बोरा, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन, माकपा के इलामारम करीम, केके रागेश और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह शामिल हैं।
निलंबन के विरोध में कांग्रेस, माकपा, शिवसेना, जनता दल (एस), तृणमूल कांग्रेस, भाकपा और सपा के सांसद संसद भवन परिसर में धरने पर बैठ गए। उनके हाथों में ‘लोकतंत्र की हत्या’ और ‘संसद की मौत’ लिखी तख्तियां थीं।
माकपा नेता करीम ने कहा, निलंबन से आवाज दबाई नहीं जा सकती। हम किसानों के साथ उनकी लड़ाई में साथ रहेंगे। संजय सिंह ने कहा, किसानों जाग जाओ और इस काले कानून का विरोध करो।