नगर निगम से नक्शा पास कराने के लिए चक्कर काट रहे 450 सौ से ज्यादा लोगों के लिए राहत की खबर है। नगर आयुक्त ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए आदेश जारी किया कि अब तीन मंजिला मकान तक की जांच कार्यपालक अभियंता को करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सहायक अभियंता ही सक्षम हैं। चार मंजिला मकान व व्यवसायिक मकान के नक्शे की ही जांच अब कार्यपालक अभियंता करेंगे।
नक्शा पास कराने को लेकर लोगों को नगर निगम का चक्कर काटना पड़ रहा था। इसको लेकर लगातार निगम को शिकायत मिल रही थी। इस पर गहरी आपत्ति जताते हुए मेयर सुरेश कुमार व डिप्टी मेयर मान मर्दन शुक्ला ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा था। नगर निगम में पिछले कई माह से 450 से ज्यादा नक्शा स्वीकृति के लिए फंसे हुए हैं। चार दिन पहले नगर आयुक्त ने नक्शा शाखा की जब समीक्षा की तो यह चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई।
नगर निगम में पिछले कई माह से 450 से ज्यादा मकान नक्शा स्वीकृति नहीं मिलने से फंसे हैं
नगर आयुक्त ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि निगम क्षेत्र में बनने वाले जी-3 मकान की अधिकतम ऊंचाई 12 मीटर ही होगी। आवासीय भवन बनाने के लिए नक्शे की स्वीकृति को जूनियर इंजीनियर व सहायक अभियंता जांच के बाद उप नगर आयुक्त प्रभारी नक्शा शाखा को भेजेंगे। इसके बाद उप नगर आयुक्त प्रस्ताव नगर आयुक्त को देंगे।
इसके बाद ही उस नक्शे को स्वीकृति मिलेगी। जबकि जी-4 बिल्डिंग की ऊंचाई अधिकतम 15 मीटर होगी। इसकी जांच कार्यपालक अभियंता करेंगे। कार्यपालक अभियंता की जांच के बाद उप नगर आयुक्त के माध्यम से प्रस्ताव दिया जाएगा। व्यवसायिक मकान की स्वीकृति जूनियर इंजीनियर, सहायक अभियंता के बाद कार्यपालक अभियंता की जांच के बाद ही मिलेगी।
फ्लाईओवराें पर साफ-सफाई के लिए चलेगा विशेष अभियान
मोतीझील, आमगोला, भगवानपुर व बैरिया फ्लाईओवर पर विशेष सफाई अभियान चलेगा। महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि नवरात्र में फ्लाईओवर पर विशेष सफाई की जरूरत है। मंदिर के आसपास से कूड़ा उठाव हो रहा है। लेकिन, अभी शहर में सफाई की स्थिति संतोषजनक नहीं है। डेंगू भी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में शहर में विशेष सफाई चलाने की जरूरत है। उन्हाेंने बुधवार को शहर के प्रमुख मंदिरों के निकट साफ-सफाई का जायजा लिया।
Source : Dainik Bhaskar