महाशय दी हट्टी (MDH) के मालिक और मसाला किंग के नाम से मशहूर महाशय धर्मपाल गुलाटी (Mahashay Dharampal Gulati) का निधन हो गया है. 98 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया छोड़ दी. मिली जानकारी के मुताबिक, सुबह 5 बजकर 28 मिनट पर धर्मपाल गुलाटी (Mahashay Dharampal Gulati) का निधन हुआ. मिली जानकारी के मुताबिक, उनको कोरोना हुआ था, जिससे ठीक होने के बाद उनको हार्ट अटैक आया.
धर्मपाल गुलाटी का जन्म 1923 में पाकिस्तान में हुआ था. MDH को इस मुकाम तक लाने में धर्मपाल गुलाटी ने काफी मेहनत की थी. सिर्फ पांचवी क्लास तक पढ़े धर्मपाल गुलाटी ने जीवन में हर ऊंचे मुकाम को छुआ. यूरोमॉनिटर ने बताया था कि धर्मपाल गुलाटी एफएमसीजी सेक्टर के सबसे ज्यादा कमाई वाले सीईओ थे. 2018 में उन्हें 25 करोड़ रुपये इन-हैंड सैलरी मिली थी.
आर्य समाज से जुड़े धर्मपाल गुलाटी दान-पुण्य में भी काफी आगे रहते थे. अपनी सैलरी का करीब 90 फीसदी हिस्सा वह दान कर दते थे. जानकारी के मुताबिक, 20 स्कूल और 1 हॉस्पिटल भी उनके द्वारा चलाए गए हैं.
MDH वाले बाबा पद्मभूषण धर्मपाल गुलाटी का निधन #DharampalGulati #MDH #Rip pic.twitter.com/yWVI2AftQS
— Muzaffarpur Now (@muzaffarpurlive) December 3, 2020
1,500 रुपये लेकर आए थे भारत
गुलाटी का जन्म 27 मार्च, 1923 को सियालकोट (पाकिस्तान) में हुआ था. 1947 में देश विभाजन के बाद वह भारत आ गए. तब उनके पास महज 1,500 रुपये थे. भारत आकर उन्होंने परिवार के भरण-पोषण के लिए तांगा चलाना शुरू किया. फिर जल्द ही उनके परिवार के पास इतनी संपत्ति जमा हो गई कि दिल्ली के करोल बाग स्थित अजमल खां रोड पर मसाले की एक दुकान खोली जा सके. 2 हजार करोड़ रुपये बाजार मूल्य के महाशियन दि हट्टी (MDH) ग्रुप के सीईओ गुलाटी को पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया था.