कोरोना संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ के मंदिरों में पूजन की व्यवस्था बदल गई है। ऐसा पहली बार है, जब सावन के पहले सोमवार के दिन सड़कें खाली हैं। ना तो कांवड़ दिखाई दे रहे हैं और ना ही सड़कों पर बोल बम के जयकारे हैं। मंदिरों में भी भगवान से सोशल डिस्टेंसिंग बनाई गई है। मंदिर में पूजन सामग्री ले जाने पर रोक है। वहीं मूर्तियों और शिवलिंग काे भी छूने से रोक लगा दी गई है।
हर सोमवार को लोगोें से भरी रहने वाली खारून नदी के तट पर स्थित हटकेश्वर नाथ मंदिर की ओर जाने वाली सड़कें सावन के पहले सोमवार पर भी खाली हैं। मंदिर में दूध, दही, फूल, यहां तक कि जल ले जाने पर भी रोक लगाई गई है। जो श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं, उनका द्वार पर ही टैंप्रेचर चेक किया जा रहा है। वहीं लाई गई पूजन सामग्री भी बाहर ही किनारे रखवाई जा रही है। मुख्य मंदिर में गर्भगृह से करीब 10 फीट की दूरी से भगवान के दर्शन कराए जा रहे हैं। किसी का भी अंदर जाना मना है।