बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रहे और सीएम नीतीश के काफी करीबी माने जाने वाले संजय झा ने आज दरभंगा एयरपोर्ट का विकास नहीं होने के लिए पूरी तरह से एयर फोर्स अथाॉरिटी को जिम्मेवार ठहरा दिया है। उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बिहार सरकार की ओर से जमीन का पैसा एयर फोर्स अथाॉरिटी को दे दिया गया है। बावजूद जमीन के हस्तांतरण में देरी की जा रही है। इससे एक से अधिक विमानों के लिए जरूरी संसाधनों का विकास करना संभव नहीं हो पा रहा है। अभी केवल एक विमान के अनुसार संसाधनों को विकसित किया गया है।
विमान सेवा के विस्तार की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि स्पाइसेजट के बाद अब इंडिगो ने यहां से सेवा देने की तैयारी शुरू कर दी है। यदि सबकुछ योजना के अनुसार चलता रहा तो 28 फरवरी को या मार्च के पहले सप्ताह से यहां से इंडिगो का विमान उड़ने लगेगा। उनका कहना है कि उड़ान योजना के तहत एयर इंडिया से भी बात चल रही है। एक-दो और कंपनियां यहां आना चाह रही हैं। यदि आशा के अनुरूप यहां सभी सुविधाओं का विस्तार कर दिया गया तो वह दिन दूर नहीं जब दरभंगा से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें आरंभ हो जाए। इसके बाद पूरे सूबे के लोगों की परेशानी बहुत कम हो जाएगी। खासकर दूसरे देश से यहां आने की परेशानी बहुत कम हो जाएगी।
एयरपोर्ट के नामाकरण को लेकर चल रहे विवाद पर भी उन्होंने अपनी बात रखी। कहा, महाकवि विद्यापति के नाम पर ही इस एयरपोर्ट का नामाकरण होगा। इसमें किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए। सीएम ने इसकी घोषणा पहले ही कर रखी है। अब सीएम नीतीश कुमार इस आशय पत्र केंद्र सरकार को भेजने जा रहे हैं। गौरतलब है कुछ दिन दरभंगा महाराज के नाम इस एयरपोर्ट का नाम रखने की मांग लोग करने लगे थे। जिससे एक अनावश्यक विवाद शुरू हो गया था। संजय झा ने यह बात जोड़ कि जब दरभंगा से तीन चार कंपनियां अपना नियमित उड़ान आरंभ कर देगी तो यात्रियों की किराए को लेकर होने वाली परेशानी से भी मुक्ति मिल जाएगी।
Input: Dainik Jagran